''एंटी ड्रग ब्यूरो ने तीन लोगों को छोड़ दिया'', महाराष्ट्र के मंत्री ने जारी किए वीडियो

एनसीबी शाहरुख खान के बेटे आर्यन ( Aryan Khan) समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. कोर्ट से आर्यन और अन्य की जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है. आरोपियों को अब जमानत के लिए सेशन कोर्ट का रुख करना होगा.

मुंबई:

मुंबई पोर्ट पर एक क्रूज शिप पर छापेमारी के एक हफ्ते बाद, सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के साथ आठ अन्य लोगों की गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने आज दोपहर में कुछ वीडियो जारी किए. उन्होंने एंटी ड्रग एजेंसी द्वारा की जा रही जांच पर सवाल उठाया था. मलिक ने एनसीबी (Narcotics Control Bureau) पर बीजेपी से मिलीभगत करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं से बात करने के बाद शुरू में हिरासत में लिए गए 11 लोगों में से तीन को रिहा कर दिया गया था.

मुंबई क्रूज शिप ड्रग्स केस (Mumbai Cruise Ship Drugs Case) में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने एक बार फिर एनसीबी (NCB) की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. एनसीपी प्रवक्ता मलिक ने शनिवार को सवाल उठाया कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस केस में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था. लेकिन इनमें से 3 लोगों को छोड़ दिया गया. एनसीबी को बताना चाहिए कि किनके निर्देश पर इन लोगों को छोड़ा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े और बीजेपी नेताओं के बीच  हो रही होगी.

नवाब मलिक ने कहा कि क्रूज शिप रेड के बाद वानखेड़े ने बताया था कि इस मामले में 8-10 लोग गिरफ्तार हुए हैं. लेकिन सच्चाई है कि 11 लोग इस मामले में पकड़े गए थे. लेकिन बाद में रिषभ सचदेवा, प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला को रिहा कर दिया गया. 

इस मामले में एनसीबी शाहरुख खान के बेटे आर्यन ( Aryan Khan) समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. कोर्ट से आर्यन और अन्य की जमानत याचिका भी खारिज हो चुकी है. आरोपियों को अब जमानत के लिए सेशन कोर्ट का रुख करना होगा. एनसीपी के आरोपों के बाद महाराष्ट्र में विपक्षी दल बीजेपी और सत्तारूढ़ गठबंधन के बीच सियासी जंग और तेज  होने के आसार हैं. नवाब मलिक इससे पहले भी सिलसिलेवार ढंग से कई बार प्रेस कान्फ्रेंस करके एनसीबी की कार्रवाई को कठघरे में खड़ा कर चुके हैं. 

मलिक ने एक वीडियो भी जारी किया. एनसीपी प्रवक्ता ने कहा कि मुंबई पुलिस एंटी नारकोटिक्स सेल को स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए. इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखने की बात भी कही. 62 साल के एनसीपी नेता मलिक ने कहा, अगर जरूरत पड़े तो एनसीबी की इस  रेड की जांच के लिए स्वतंत्र आयोग का गठन किया जाना चाहिए. 

एनसीबी की कार्रवाई को लेकर मलिक ने पहले कहा था कि यह राज्य को बदनाम करने के उद्देश्य से है. महाराष्ट्र में भाजपा की पूर्व सहयोगी शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के साथ सत्ता में है. मलिक ने गुरुवार को एनडीटीवी को बताया, "रिया चक्रवर्ती से लेकर दीपिका पादुकोण या आर्यन खान तक अन्य मशहूर हस्तियों पर एनसीबी केवल वहीं कार्रवाई करेगा जहां प्रचार शामिल होगा. कई मामले फर्जी हैं, कुछ भी हासिल नहीं हुए है."

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शुक्रवार को आर्यन खान को जमानत देने से इनकार कर दिया गया था. उसे वीकेंड पर जेल में ही रहना होगा. उनके वकील ने कहा था कि उन्हें दूसरों से हुई बरामदगी के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि उनके पास कोई ड्रग नहीं मिली थी. मुंबई के एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने शुक्रवार को कहा कि खान की जमानत याचिका "मेंटेनेबिल नहीं है." कोर्ट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो से सहमत है कि चूंकि ड्रग्स को जब्त कर लिया गया था, इसलिए सत्र न्यायालय को मामले की सुनवाई करनी चाहिए.