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This Article is From Nov 06, 2019

मौसम विभाग का पूर्वानुमान: 7 नवंबर को गुजरात तट से टकरा सकता है 'महा' चक्रवात

मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि नए पूर्वानुमान के मुताबिक, बहुत गंभीर चक्रवात पोरबंदर तट से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में करीब 650 किलोमीटर की दूरी पर है और अरब सागर में वेरावल के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 700 किलोमीटर दूर है.

मौसम विभाग का पूर्वानुमान: 7 नवंबर को गुजरात तट से टकरा सकता है 'महा' चक्रवात
प्रतीकात्मक तस्वीर
अहमदाबाद:

बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘महा' केंद्र शासित प्रदेश दीव के पास गुजरात तट पर बृहस्पतिवार को टकराने से पहले कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इससे राज्य के अलग अलग हिस्सों में भारी बारिश होने की आशंका है. साथ में 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि नए पूर्वानुमान के मुताबिक, बहुत गंभीर चक्रवात पोरबंदर तट से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में करीब 650 किलोमीटर की दूरी पर है और अरब सागर में वेरावल के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में 700 किलोमीटर दूर है. विभाग के बुलेटिन ने बताया कि इसके पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने बहुत संभावना है और यह तेजी से कमजोर पड़ेगा.

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संभावना है कि यह सात नवंबर की सुबह चक्रवाती तूफान बनकर दीव के पास गुजरात तट को पार कर सकता है. इस दौरान 70-80 से लेकर 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. चक्रवात से छह नवंबर को ज्यादातर हिस्सों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है और कुछ जगहों पर भारी बारिश की आशंका है. विभाग ने कहा कि सात नवंबर को ‘महा' चक्रवात जब तट पर टकराएगा तो, भावनगर, सूरत, भरूच, आणंद, अहमदाबाद, बोटाद और वडोदरा में सात नवंबर को भारी बारिश होने की आशंका है. 

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वहीं मौसम केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा कि इस बात की संभावना है कि तट पर टकराने से पहले चक्रवात और कमजोर हो सकता है. इस बीच, राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने 15 अतिरिक्त टीमों को बुलाया है, जबकि भारतीय नौसेना भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को कहा कि भले ही चक्रवात कमजोर पड़ रहा हो, लेकिन सरकार जान-ओ-माल के नुकसान को टालने के लिए जरूरी कदम उठा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मंगलवार को तैयारियों का जायजा लिया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरी भारत के विभिन्न हिस्सों में प्रदूषण से उपजी स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की. प्रधानमंत्री ने पश्चिमी भारत के हिस्सों में चक्रवात की स्थिति से उपजे हालात की भी समीक्षा की.'

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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