शंघाई कॉपरेशन ऑर्गानाइजेशन (एससीओ) के रक्षा तथा विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज
बीजिंग:
शंघाई कॉपरेशन ऑर्गानाइजेशन (एससीओ) के रक्षा तथा विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आतंकवाद जीवन, शांति और समृद्धि जैसे मूल मानवाधिकारों का दुश्मन है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इसमें भाग ले रहीं हैं. उन्होंने कहा कि संरक्षणवाद के सभी रूपों को खारिज किया जाना चाहिए.
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एससीओ की रक्षा और विदेश मंत्रियों की बैठक एक ही वक्त में हो रही है. निर्मला सोमवार रात को चीन पहुंची थीं. रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों की बैठक जून में किंगदाओं शहर में होने वाली एससीओ शिखर सम्मेलन की तैयारियों के तहत हो रही हैं.
जून में होने वाले शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाग ले सकते हैं. भारत और पाकिस्तान पिछले ही साल इसके सदस्य बने हैं और उसके बाद शीर्ष- मंत्री स्तर की यह पहली बैठकें है. मंगलवार को हो रही बैठकों में क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद सहित अनेक मुद्दों पर चर्चा होने की और एससीओ शिखर सम्मेलन का एजेंड़ा तय होने की उम्मीद है.
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एससीओ की स्थापना 2001 में हुई थी जिसमें चीन, रूस, कजाखिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजीकिस्तान, किर्गिस्तान, भारत और पाकिस्तान सदस्य हैं. इस संगठन का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ाना, खुफिया जानकारी साझा करना, मध्य एशिया में आंतकवाद विरोधी अभियान चलाना तथा साइबर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो कर काम करना है.
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जून में होने वाले शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाग ले सकते हैं. भारत और पाकिस्तान पिछले ही साल इसके सदस्य बने हैं और उसके बाद शीर्ष- मंत्री स्तर की यह पहली बैठकें है. मंगलवार को हो रही बैठकों में क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद सहित अनेक मुद्दों पर चर्चा होने की और एससीओ शिखर सम्मेलन का एजेंड़ा तय होने की उम्मीद है.
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