कांग्रेस में 'लेटर बम' क्या सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी को चुनौती है?

Congress Latest News: कई राज्यों में हुई बगावत का नुकसान उठा झेल चुकी अब कांग्रेस के अंदर एक 'लेटर बम' फूटा है. करीब 20 से अधिक नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर 'परिवर्तन' की मांग की है.

कांग्रेस में 'लेटर बम' क्या सोनिया, राहुल और प्रियंका गांधी को चुनौती है?

सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • 20 से ज्यादा नेताओं ने लिखा सोनिया को पत्र
  • सभी नेताओं ने की है बदलाव की मांग
  • CWC की बैठक सोमवार को
नई दिल्ली :

कई राज्यों में हुई बगावत का नुकसान उठा झेल चुकी अब कांग्रेस के अंदर एक 'लेटर बम' फूटा है. करीब 20 से अधिक नेताओं ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर 'परिवर्तन' की मांग की है. हालांकि इस चिट्ठी लिखने वाले इन नेताओं में एक ने कहा, 'उनकी ओर से सोनिया गांधी के खिलाफ कुछ नहीं कहा गया है'.  इसमें कोई दो राय नहीं है कि एक खेमा राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहा है. कुछ दिन पहले ही पार्टी के राष्ट्रीय रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कार्यकर्ता राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. लेकिन राहुल और प्रियंका दोनों ही इस जिम्मेदारी को लेने से इनकार कर चुके हैं.  यहां गौर करने वाली बात यह है कि पार्टी में कोई भी बड़ा फैसला लेना होता है तो बिना राहुल और प्रियंका की सलाह से नहीं लिया जाता है. हाल ही में सचिन पायलट के प्रकरण में यह साफ देखा जा चुका है. फिलहाल इस नए  घटनाक्रम के बाद कई बड़े सवाल हैं, क्या पार्टी किसी बड़ी बगावत की ओर बढ़ रही है. क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद जहां राहुल गांधी की युवा टीम के कई नेता बगावत कर चुके हैं तो दूसरी ओर कई नेता समय- समय पर ऐसे बयान देते रहे हैं जो पार्टी के लिए असहज की स्थति पैदा करते हैं. कुल मिलाकर इस चिट्ठी के बाद कुछ सवाल ऐसे हैं जिन पर गौर करना जरूरी है.  

1-क्या कांग्रेस में गांधी परिवार का विरोध शुरू हो गया है?
इन नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के अंदर जारी संकट का जिक्र किया है. साथ ही उनसे मुलाकात का वक्त मांगा गया है. क्या इन नेताओं के रुख को देखकर ऐसा लग रहा है कि वे अब अंतरिम अध्यक्ष और पार्टी को चलाने के तरीके से खुश नहीं है जिसमें हर बड़े निर्णय से पहले गांधी परिवार की ओर मुंह ताकना पड़ता है. 

2-क्या कांग्रेस में खेमेबाजी शुरू हो गई है?
यह हाल ही में पहला मौका है जब कांग्रेस नेताओं ने सीधे नेतृत्व पर सवाल उठाया है वो भी उस समय जब गांधी परिवार का कोई सदस्य अध्यक्ष पद की कुर्सी पर बैठा है. एक ओर जहां पार्टी का बड़ा वर्ग राहुल और प्रियंका गांधी में अपना नेता खोज रहा है तो दूसरी ओर पार्टी के कई बड़े नेता पूरी तरह से बदलाव की मांग कर रहे हैं. 

3-कांग्रेस में बढ़ गया है अंदरुनी संकट
क्या कांग्रेस में अंदरुनी संकट बढ़ गया है. क्या कई और बड़े नेता पार्टी छोड़ने का मन बना रहे हैं, इन सवालों को क्या दबाने की कोशिश की जा रही थी जिससे पार्टी के अंदर उबाल हो रहा था. इस लेटर बम ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह को सबके सामने ला दिया है.
 
4-'कामचलाऊ' नेतृत्व से ऊबे नेता
लोकसभा चुनाव में हार के बाद हुई कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक में सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था. यानी पूर्णकालिक अध्यक्ष के नियुक्त होने तक सोनिया गांधी को जिम्मेदारी दी गई थी. इसके बाद से यही कामचलाऊ व्यवस्था जारी है. इसका नतीजा ये रहा है जहां सोनिया गांधी सेहत की वजह से सक्रिय नही हैं तो दूसरी ओर बड़े फैसले लेने में देरी से पार्टी को नुकसान और फजीहत दोनों झेलनी पड़ी है. इस हालात से पार्टी के नेता उबरना चाहते हैं. सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वालों में सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य शामिल हैं. 

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5- क्या लेटर बम को डिफ्यूज करने के लिए बुलाई गई है CWC की बैठक
एक सवाल ये भी उठ रहा है कि इस लेटर बम के बाद से कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है. नेताओं की चिट्ठी को एक तरह से भारी नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है और अब क्या इस लेटर बम को डिफ्यूज करने के लिए बैठक बुलाई गई है. साथ ही गांधी परिवार को मिल रही है चुनौती को भी रोका जा सके.