नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार सुबह लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से मुलाकात की, और कहा कि बुधवार को संसद की कार्यवाही में गतिरोध को खत्म नहीं करने को लेकर उनके द्वारा जताई गई नाराज़गी स्पीकर या संसदीय कार्यमंत्री के खिलाफ नहीं थी. उन्होंने कहा कि इस तरह की मीडिया रिपोर्ट गलत हैं.
उन्होंने लोकसभा स्पीकर को बताया कि वह उन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई चाहते थे, जो सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार रात को केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार को भी फोन किया था और यही बातें कही थीं.
पूर्व उपप्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि आडवाणी पिछले कुछ दिन से कहते आ रहे हैं कि लोकसभा स्पीकर को विपक्षी दलों के उन सांसदों का नाम लेना चाहिए, जो सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. बुधवार को आडवाणी ने सुझाव दिया था कि हंगामा मचाने और सदन की कार्यवाही को बाधित करने वाले सांसदों के वेतन और भत्तों में कटौती की जानी चाहिए.
इसी दौरान बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शांताकुमार ने भी लोकसभा स्पीकर को खत लिखकर मांग की है कि सदन की कार्यवाही को बाधित करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, और उनके वेतन और भत्तों का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए.
उन्होंने लोकसभा स्पीकर को बताया कि वह उन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई चाहते थे, जो सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार रात को केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार को भी फोन किया था और यही बातें कही थीं.
पूर्व उपप्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि आडवाणी पिछले कुछ दिन से कहते आ रहे हैं कि लोकसभा स्पीकर को विपक्षी दलों के उन सांसदों का नाम लेना चाहिए, जो सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. बुधवार को आडवाणी ने सुझाव दिया था कि हंगामा मचाने और सदन की कार्यवाही को बाधित करने वाले सांसदों के वेतन और भत्तों में कटौती की जानी चाहिए.
इसी दौरान बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शांताकुमार ने भी लोकसभा स्पीकर को खत लिखकर मांग की है कि सदन की कार्यवाही को बाधित करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, और उनके वेतन और भत्तों का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए.
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