विज्ञापन
This Article is From Dec 07, 2017

यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर की सूची में कुंभ मेला शामिल, मंत्री ने गौरव का क्षण बताया

यूनेस्को ने भारत के कुंभ मेले को 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर' के तौर पर मान्यता दी है

यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर की सूची में कुंभ मेला शामिल, मंत्री ने गौरव का क्षण बताया
कुंभ मेला (फाइल फोटो)
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
यूनेस्को की सांस्कृितक धरोहर की सूची में शामिल कुंभ मेला.
संस्कृति मंत्री ने इसे गौरव का क्षण बताया.
कुंभ मेला को 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर' के तौर पर मान्यता मिली.
नई दिल्ली: भारत में कुंभ मेले को लेकर काफी आस्था देखी जाती है. इसी की महत्ता को देखते हुए यूनेस्को ने भारत के कुंभ मेले को 'मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर' के तौर पर मान्यता दी है. अंतरराष्ट्रीय संगठन ने गुरुवार ट्विटर पर यह जानकारी दी. यूनेस्को के अधीनस्थ संगठन इंटरगर्वनमेंटल कमिटी फोर द सेफगार्डिंग ऑफ इन्टेंजिबल कल्चरल हेरीटेज ने दक्षिण कोरिया के जेजू में हुए अपने 12वें सत्र में कुंभ मेले को 'मावनता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर की प्रतिनिधि सूची' में शामिल किया.

यह भी पढ़ें - क्यों रहस्यमय हैं नागा साधू, क्यों रहते हैं वे नंग-धडंग, जानें उनसे जुड़ी कुछ ख़ास बातें

दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाने वाला कुंभ मेला को सूची में बोत्सवाना, कोलंबिया, वेनेजुएला, मंगोलिया, मोरक्को, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात की चीजों के साथ शामिल किया गया है. 

विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण संबंधी अंतर सरकारी समिति की बैठक 4 से 9 दिसंबर के बीच हो रही है. योग और नवरोज के बाद पिछले करीब दो वर्षो में इस प्रकार की मान्यता प्राप्त करने वाला कुंभ मेला तीसरा धरोहर है.

कुंभ मेला को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता प्रदान करने की सिफारिश करते हुए विशेषज्ञ समिति ने कहा था कि यह पृथ्वी पर तीर्थयात्रियों का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण जमावड़ा है.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि समिति के अनुसार यह महोत्सव व्यापक एवं शांतिपूर्ण है और इसका आयोजन भारत के इलाहाबाद, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में किया जाता है। इस दौरान भारत में पवित्र नदी के किनारे पूजा अर्चना की जाती है. यह धार्मिक महोत्सव सहिष्णुता और समावेशी प्रकृति को प्रदर्शित करता है और इसमें बिना किसी भेदभाव के लोग हिस्सा लेते हैं

यह भी पढ़ें - यादों का कुंभ मेला: घाट पर नहीं मिली जगह, साधू ने पेड़ पर बना डाली कुटिया, तूफान भी हिलाने में नाकाम

इस मौके पर केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने ट्वीट किया कि 'हमारे लिए बेहद गौरव का क्षण है कि यूनेस्को ने कुंभ मेला को मानवता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के तौर पर जगह दी है.' उन्होंने कहा, 'कुंभ मेला को धरती पर श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण जमघट समझा जाता है जिसमें जाति, पंथ या लिंग से इतर लाखों लोग हिस्सा लेते हैं.'

VIDEO: उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ की तैयारियां पूरी, शुक्रवार को पहला शाही स्नान

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com