बीजेपी कार्यकर्ता रमिथ की हत्या के बाद बीजेपी ने बुलाया है बंद
तिरुवनंतपुरम:
बीजेपी ने आज केरल में 12 घंटे की हड़ताल बुलाई गई है. ये हड़ताल आज सुबह 6 बजे से शुरू हो गई है. बीजेपी ने यह हड़ताल पार्टी कार्यकर्ता की बुधवार को हुई हत्या के विरोध में बुलाई है. बीजेपी ने इस हत्या के पीछे सीपीआई एम कार्यकर्ताओं का हाथ बताया है.
बताया जा रहा है कि रामिथ नाम के शख़्स पर कुछ लोगों ने पेट्रोल पंप पर हमला कर दिया था जिसके चलते उसे सर और गर्दन पर गंभीर चोंटे आईं थी और अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. इससे पहले ही एक मार्क्सवादी कार्यकर्ता की भी हत्या कर दी गई थी जिसका आरोप बीजेपी पर लगाया गया था.
जानकारी के अनुसार सीपीएम के स्थानीय नेता की हत्या के दो दिन बाद बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है, बीजेपी ने इस मामले में CBI जांच की मांग की है. मामला इसलिए भी तूल पकड़ रहा है क्योंकि हत्या मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र में हुई है. वहीं, लेफ़्ट कह रहा है हिंसा की शुरुआत RSS के लोगों ने की है.
19 साल के बीजेपी कार्यकर्ता रेमिथ की कुछ लोगों ने हत्या कर दी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमलावरों ने नकाब पहन रखा था.
ये हत्या कन्नूर में जिस जगह हुई वो केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन के चुनाव क्षेत्र में पड़ता है. यानी CPM का गढ़ है. बीजेपी का कहना है कि ये बदले की कार्रवाई है क्योंकि कन्नूर में 2 दिन पहले CPM के एक स्थानीय नेता की हत्या कर दी गई थी.
लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि ये सीपीएम को बदनाम करने की साज़िश है.
मई में लेफ्ट की अगुवाई वाली सरकार के आने के बाद से इस ज़िले में राजनीतिक वजहों से तकरीबन 300 हत्या हुई हैं. बीजेपी का कहना है कि सीपीएम के गढ़ में जगह बनाने की उनकी कोशिश के बाद इस तरह की वारदातें बढ़ रही हैं. लेकिन सीपीएम का कहना कुछ और ही है.
सीपीएम के पोलिटब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने कहा, बीजेपी इस जानबूझकर राजनीतिक मुद्दा बनाने के साथ-साथ राज्य में असंतुलित करने की कोशिश कर रही है ताकि सरकार का ध्यान भटक सके. हमने अपने कार्यकर्ताओं को हिंसा न करने को कहा है.
इस तरह की राजनीतिक हिंसा रोकने के लिए अगस्त में कलेक्टर ने सभी दलों की एक बैठक बुलाई थी, लेकिन कई तरह के वादों के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल सका क्योंकि इसके 3 दिन बाद ही एक राजनीतिक हत्या हो गई.
अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, बीजेपी ने विरोध में गुरुवार को बंद की अपील की है.
बताया जा रहा है कि रामिथ नाम के शख़्स पर कुछ लोगों ने पेट्रोल पंप पर हमला कर दिया था जिसके चलते उसे सर और गर्दन पर गंभीर चोंटे आईं थी और अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई. इससे पहले ही एक मार्क्सवादी कार्यकर्ता की भी हत्या कर दी गई थी जिसका आरोप बीजेपी पर लगाया गया था.
जानकारी के अनुसार सीपीएम के स्थानीय नेता की हत्या के दो दिन बाद बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है, बीजेपी ने इस मामले में CBI जांच की मांग की है. मामला इसलिए भी तूल पकड़ रहा है क्योंकि हत्या मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र में हुई है. वहीं, लेफ़्ट कह रहा है हिंसा की शुरुआत RSS के लोगों ने की है.
19 साल के बीजेपी कार्यकर्ता रेमिथ की कुछ लोगों ने हत्या कर दी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक हमलावरों ने नकाब पहन रखा था.
ये हत्या कन्नूर में जिस जगह हुई वो केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन के चुनाव क्षेत्र में पड़ता है. यानी CPM का गढ़ है. बीजेपी का कहना है कि ये बदले की कार्रवाई है क्योंकि कन्नूर में 2 दिन पहले CPM के एक स्थानीय नेता की हत्या कर दी गई थी.
लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि ये सीपीएम को बदनाम करने की साज़िश है.
मई में लेफ्ट की अगुवाई वाली सरकार के आने के बाद से इस ज़िले में राजनीतिक वजहों से तकरीबन 300 हत्या हुई हैं. बीजेपी का कहना है कि सीपीएम के गढ़ में जगह बनाने की उनकी कोशिश के बाद इस तरह की वारदातें बढ़ रही हैं. लेकिन सीपीएम का कहना कुछ और ही है.
सीपीएम के पोलिटब्यूरो सदस्य एमए बेबी ने कहा, बीजेपी इस जानबूझकर राजनीतिक मुद्दा बनाने के साथ-साथ राज्य में असंतुलित करने की कोशिश कर रही है ताकि सरकार का ध्यान भटक सके. हमने अपने कार्यकर्ताओं को हिंसा न करने को कहा है.
इस तरह की राजनीतिक हिंसा रोकने के लिए अगस्त में कलेक्टर ने सभी दलों की एक बैठक बुलाई थी, लेकिन कई तरह के वादों के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल सका क्योंकि इसके 3 दिन बाद ही एक राजनीतिक हत्या हो गई.
अब तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, बीजेपी ने विरोध में गुरुवार को बंद की अपील की है.
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