जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हमले के बाद जेएनयू के वाइस चांसलर जगदेश कुमार पहली बार सामने आए हैं. उन्होंने कहा है कि घायल छात्रों से हमारी पूरी हमदर्दी, हम नई शुरुआत करें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब सर्वर काम कर रहे हैं, रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं. वीसी ने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि जितने भी छात्र हिंसा में जख्मी हुई हैं. वे जल्द स्वस्थ होंगे और सामान्य जिंदगी जिएंगे. जो भी हुआ वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था. हमारा कैम्पस हर मुद्दों पर चर्चा और बहस के लिए जाना चाता है. हिंसा कोई समाधान नहीं है. हम लोग हर एक विकल्प देख रहे हैं, जिससे कैम्पस में स्थिति सामान्य हो.'
वहीं, दिल्ली पुलिस ने रविवार शाम जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा से एक दिन पहले यूनिवर्सिटी के सर्वर रूम में कथित रूप में तोड़फोड़ करने के मामले में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आयशी घोष और 19 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. 1 जनवरी के मामले में भी एक एफआईआर दर्ज की गई है. दोनों मामलों में ही आयशी घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ये दोनों एफआईआर जेएनयू प्रशासन की तरफ से दर्ज कराई गई थी. जेएनयू में हुई हिंसा में कुछ छात्रों और शिक्षकों समेत 34 लोग जख्मी हुए हैं. इस हिंसा में आयशी घोष को सिर में चोट आई थी.
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दक्षिण पश्चिम दिल्ली के डीसीपी देवेंद्र आर्या ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि 'हमें पहली शिकायत 3 जनवरी को और दूसरी 4 जनवरी को मिली. शिकायतों को जांचा गया. उसके बाद हमने 5 तारीख को एक साथ केस दर्ज किए. जेएनयू की तरफ से जो शिकायत दी गयी थी और शिकायत में जो नाम दिए गए थे उनके खिलाफ ही केस दर्ज हुए हैं. कोई पक्षपातपूर्ण कार्रवाई नहीं हुई है.'
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