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This Article is From Jun 01, 2020

लॉकडाउन और कोरोना के डर ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालना शुरू कर दिया

Coronavirus Lockdown: कोरोना वायरस का भय और लॉकडाउन के कारण भागती-दौड़ती ज़िंदगी पर अचानक लगे ब्रेक ने लोगों को भविष्य को लेकर चिंता में डाला

लॉकडाउन और कोरोना के डर ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालना शुरू कर दिया
प्रतीकात्मक फोटो.
रांची:

Jharkhnad Coronavirus: कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौर में बहुत कुछ बदल गया है. बदली हुई परिस्थिति में लोग अपने भविष्य को लेकर आशंकित हैं. लोगों में अवसाद, घबराहट और तनाव की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं. इसे देखते हुए रांची के सीआईपी में समस्या समाधान के लिए लगातार फोन आ रहे हैं. सीआईपी प्रबंधन ने सातों दिन 24 घंटे मेंटल हेल्पलाइन शुरू की है. कुल 19 नंबर जारी किए गए हैं. साथ ही टोल फ्री नंबर अलग से जारी किए गए हैं. 

भविष्य की अनिश्चितता लोगों को डरा रही है. रातू रोड की सुमन (बदला हुआ नाम) रोजाना कोरोना, लॉकडाउन और कारोबार जगत से जुड़ी खबरें पढ़ रही हैं और टीवी पर देख भी रही हैं. उनका अपना ब्यूटी पार्लर है, जो लॉकडाउन के कारण बंद है. लिहाजा आमदनी नहीं हो रही है, जबकि खर्च लगातार जारी है. स्टाफ को भी सैलरी देनी है. वह कहती हैं- बिजनेस ठप हुए दो माह से ऊपर हो चुके हैं. आगे क्या होगा, पता नहीं. यही सोचकर रात में नींद से अचानक से उठ जाती हूं. वह बच्चों और पति से बात करते ही तनाव में आ जाती हैं. फिलहाल आज के दौर में यह कहानी सिर्फ एक सुमन की नहीं है, बल्कि उनके जैसे कई लोगों को ऐसी ही परिस्थिति से दो-चार होना पड़ रहा है.

इसी तरह बहु बाजार के संजय टीवी आदि की रिपयेरिंग करते हैं वे कहते हैं- बिजनेस बंद है. पैसा नहीं है. अब कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि घर कैसे चलेगा. हिंदपीढ़ी का शमीम जिस ऑटोमोबाइल सर्विस सेंटर में काम करता है, उसके मालिक ने साफ कह दिया है कि अगर लॉकडाउन बढ़ा तो उसे नौकरी पर नहीं रख सकते. शमीम नौकरी जाने के डर से डिप्रेशन में है.

कुछ इसी तरह के सवाल वर्तमान में कांके स्थित केंद्रीय मन: चिकित्सा संस्थान (सीआईपी) के हेल्पलाइन नंबर पर पूछे जा रहे हैं. मनोचिकित्सक कहते हैं कि लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद हैं. सब कुछ जैसे ठहर सा गया है. भाग-दौड़ की जिंदगी में अचानक लगे इस ब्रेक से लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है. चिंता, डर, अकेलापन और अनिश्चितता के इस माहौल से लोग जूझ रहे हैं. हालांकि सीआईपी ने लोगों को इस तरह की समस्या से निजात दिलाने के लिए ही हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.

सीआईपी : मेंटल हेल्पलाइन नंबर

टोल फ्री नंबर : 1800-34-51849
टेलीफोन : 0651-2451115, 2451116, 2451119
मोबाइल नंबर : 9334915046, 9334915047, 9334915048, 9334915049, 9334915050, 9334915051, 9334915052, 9334915053, 9334915054, 9334915056, 9334915057, 9334915058, 9334915060, 9334915062, 9334915063.

हर अंधेरा के बाद सवेरा होता है
डॉ राम मनोवैज्ञानिक हैं. वे कहते हैं कि यह शुभ संकेत नहीं हैं. लोगों को यह भी समझना चाहिए कि हर अंधेरे के बाद सवेरा होता है. सीआईपी के निदेशक डॉ डी राम कहते हैं कि अधिक से अधिक लोग हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल करें, इसलिए नंबर बढ़ाए गए हैं. हम लोगों की बातें सुनते हैं. उन्हें उचित सलाह देने का प्रयास करते हैं, ताकि वे इससे उबर सकें.

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