हजारीबाग:
झारखंड के हजारीबाग जेल में कुछ सुविधाओं की मांग को लेकर पांच शीर्ष माओवादियों द्वारा की जा रही भूख हड़ताल बृहस्पतिवार को तीसरे दिन भी जारी है। उधर, जेल अधीक्षक उदय प्रसाद कुशवाहा का कहना है कि उनकी कुछ मांगें साजिश का संकेत देती हैं। कुशवाहा ने कहा कि कड़ी सुरक्षा वाली विशेष कोठरी में रोशनदान और सुबह तथा शाम को टहलने की इजाजत देने की उनकी मांग कुछ समय पहले चाईबासा में हुई जेल ब्रेक की घटना की तर्ज पर जेल ब्रेक करने की मंशा का संकेत देती है। भाकपा (माओवादी) की पोलित ब्यूरो के सदस्य रवि शर्मा और सतीश दास तथा स्वयंभू जोनल कमांडर पांडू मांझी, भुवनेश्वर मेहता और संजय यादव गत मंगलवार से भूख हड़ताल पर हैं। वे रोशनदान, अपनी कोठरी में टीवी सेट, सुबह और शाम को टहलने की अनुमति देने, रिश्तेदारों से मिलने की अवधि बढ़ाने और त्योहार के दिन विशेष भोजन दिए जाने की मांग कर रहे हैं। जेल अधीक्षक ने कहा, विशेष कोठरी में रोशनदान की मांग करने का विचार रवि शर्मा का है ताकि वे किसी तरह वहां से भाग सकें। हम उनकी योजना से वाकिफ हैं और नक्सलियों द्वारा की गई चाईबासा जेल ब्रेक की घटना की तरह एक और घटना को होने देने से रोकने के लिए सभी कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि माओवादियों की कुछ मांगें पूरी नहीं की जा सकतीं क्योंकि वो जेल नियमावली में नहीं हैं और प्रशासन को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।