यह ख़बर 09 जुलाई, 2014 को प्रकाशित हुई थी

खास पड़ताल : चलती कार में लड़की से कथित गैंगरेप, निजी अंग में डाली शराब की बोतल?

पीड़ित लड़की से बात करते मुकेश सिंह सेंगर

नई दिल्ली:

दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में छोटे से एक मकान में दाखिल हुआ तो दो लड़कियां दिखीं। एक पसीने से तरबतर बिस्तर पर खामोशी से लेटी थी, उसके चेहरे से उसके जख्मों का दर्द साफ झलक रहा था। बिस्तर के पास ही शराब की कई बोतलें और एक बड़ा सा म्यूजिक सिस्टम रखा था। दूसरी लड़की जिसकी उम्र कम लग रही थी, दूसरे कमरे से झांकी और अंदर चली गई। तभी सांवले रंग का एक हट्टा-कट्टा शख्स आया, नाम सुनील तोमर।

मुझे नमस्ते किया और बोला हेल्प करो... मैंने पूछा क्या पीड़ित लड़की यही है जो बिस्तर पर लेटी है... बोला जी सर… मैं 7 जुलाई को सामूहिक बलात्कार की शिकार उस लड़की से मिलने गया था जिसे गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके से अगवा किया गया और सामूहिक बलात्कार के बाद नोएडा के सेक्टर 62 में फेंक दिया गया।

बकौल लड़की, 'मैं एटा की रहने वाली हूं, दादी की मौत के बाद मैं दिल्ली आ गई, क्योंकि घर में कोई और नहीं था। दिल्ली में मेरी मुलाकात अखिल तोमर से हुई और अखिल ने ही गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में एक कमरा दिलाया। बाद में अखिल मेरे साथ रहने लगा। वह कमरे में ताला लगाकर मुझे बंद रखता था। मेरे बाहर निकलने पर पाबंदी थी, लेकिन वहां पर अखिल के दोस्त योगेश पंडित और सुनील तोमर अक्सर आते जाते थे। अखिल ने  मेरे साथ गलत काम किया और मेरे अश्लील वीडियो भी बनाए। कई बार मारपीट भी की, जिसकी शिकायत मैंने दो बार साहिबाबाद थाने में की। बाद में मैं अखिल के दोस्त योगेश पंडित के साथ रहने लगी। उसी दौरान अखिल ने मुझसे बहला-फुसलाकर सुनील तोमर और चार अन्य लोगों के खिलाफ साहिबाबाद थाने में ही सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज करवाया। वजह अखिल और सुनील का आपसी झगड़ा था। योगेश पंडित ने भी मेरे साथ गलत काम किया और मेरे वीडियो बनाए। फिर योगेश और अखिल को छोड़कर सुनील तोमर के साथ रहने लगी। मैंने सुनील तोमर पर  फर्जी मामला दर्ज कराने के लिए उससे माफी भी मांगी। वहीं, मेरी मुलाकात सुनील के साथ रह रही एक नाबालिग लड़की से हुई। अखिल तोमर भी उस लड़की को जानता था। उसने लड़की के साथ रेप किया और उसके अश्लील वीडियो बनाए। अखिल ने हम दोनों के वीडियो कई लोगों तक पहुंचा दिए। हम दोनों जब भी वीडियो मांगते तब वह टाल देता। मेरी सहेली ने दिल्ली के कल्याणपुरी थाने में अखिल के खिलाफ मामला दर्ज कराया, जिसमें मैं गवाह थी।'

पीड़ित की सहेली (दूसरी लड़की) ने भी उसकी बात की तस्दीक की। उसके अनुसार, 'अखिल ने मेरा न्यूड वीडियो बनाया और जब मैं थाने रिपोर्ट लिखाने गई तो सब-इंस्पेक्टर संदीप ने भी मेरे साथ बदसलूकी की और मेरे निजी अंगों को छुआ। मुझे वैश्या कहा।'
 
वहीं, सुनील तोमर का कहना है, 'अखिल पीड़ित लड़की को अलग-अलग लड़कों के पास भेजता था। उसने मुझ पर इसलिए फर्जी मामला दर्ज कराया क्योंकि वह मुझे दबाना चाहता था।'
 
पीड़ित लड़की का कहना है कि उसकी सहेली के केस में गवाही देने से नाराज अखिल ने 7 जून को मुझे एक सफेद रंग की वैन में तीन दोस्तों के साथ अगवा कर लिया। वैन में योगेश पंडित के अलावा दो अज्ञात लोग थे। सभी कह रहे थे, इसे मारकर फेंक दो। यह हर मामले में टांग अड़ाती है। उसके बाद अज्ञात लोगों ने मेरे साथ बलात्कार किया और योगेश ने उस दौराम मेरा अश्लील वीडियो बनाया। फिर मेरे निजी अंग में शराब की बोतल डाली। सिगरेट से जलाया और मेरे हाथ पैर बांधकर नीचे फेंक दिया।'
इस लड़की को राहगीर सतीश भाटी ने देखा। भाटी के मुताबिक, 'मुझे एक लड़की की आवाज सुनाई दी, अंकल जी, अंकल जी। मैंने जाकर देखा, तो लड़की के हाथ-पैर बंधे हुए थे। मैंने रस्सी खोली तो लड़की ने बताया कि उसके निजी अंग में शराब की बोतल ठूंसी गई है। मैंने अपने हाथों से शराब की बोतल निकाली और पुलिस को फोन किया।'

गाजियाबाद के इंद्रापुरम में पुलिस ने लड़की की शिकायत पर बलात्कर का मामला दर्ज किया गया है। एसएसपी गाजियाबाद धर्मेंद्र सिंह का कहना है, 'लड़की के बयानों में विरोधाभास है,  घटना के वक्त आरोपी अखिल अपने केस के सिलसिले में कल्याणपुरी थाने में था। लड़की के निजी अंगों में कोई भीतरी चोट नहीं पाई गई है। लड़की अखिल को कई बार धमकी भरे एसएमएस करती रही है। सुनील तोमर जो इस मामले में वादी है, उस पर भी पीड़ित ने बलात्कार का मामला दर्ज कराया था।'

यहां तक पुलिस का कहना है कि लड़की और राहगीर सतीश भाटी भी एक-दूसरे को जानते हैं। मामले में सभी सबूत और कड़ियां जोड़ी जा रहीं हैं और उसके बाद ही कार्रवाई होगी। अब बलात्कार का यह सनसनीखेज मामला खुद सवालों के घेरे में हैं।


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