बीते साल लगातार तीसरी बार भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता घरेलू विमानन बाजार बना रहा. वैश्विक एयरलाइंस के निकाय अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) ने कहा है कि 2017 में भारत राजस्व यात्री किलोमीटर (आरपीके) में 7.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. यह दस साल के 5.5 प्रतिशत औसत से अधिक है. आरपीके से यात्रियों की संख्या का पता चलता है. आईएटीए की पिछले सप्ताह जारी रिपोर्ट के अनुसार घरेलू विमानन बाजार ने 17.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की. यह लगातार तीसरा साल है जबकि वृद्धि दर्ज हुई है. भारत के बाद यात्री संख्या में 13.3 प्रतिशत वृद्धि के साथ चीन दूसरे स्थान पर रहा.
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आईएटीए ने कहा कि इस तरह की वृद्धि की वजह प्रत्येक देश में आर्थिक विस्तार है. इसके अलावा अतिरिक्त हवाई अड्डों की पेशकश से भी इसे प्रोत्साहन मिलता है. इस तरह की नई जगहों के लिए सेवाओं से यात्रियों के लिए समय की बचत तो होती है साथ ही इससे विमान किरायों में भी कमी आती है. दिसंबर में भी भारत में यात्री संख्या में 17.4 प्रतिशत की सबसे ऊंची वृद्धि दर्ज की. कई भारतीय विमानन कंपनियां महत्वाकांक्षी विस्तार योजना पर आगे बढ़ रही हैं.
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भारतीय विमानन कंपनियों ने कुल 900 से अधिक विमानों का ऑर्डर दिया है. 2014 के आखिरी महीनों से विमान किरायों में कमी से यात्रियों की संख्या बढ़ाने में मदद मिली है.
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