महात्मा गांधी की समाधि पर जब अमेरिकी राष्ट्रपति श्रदांजलि देने जाएंगे तो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की होगी। भारतीय एजेंसियों ने अमेरिका की इस मांग को खारिज कर दिया है कि वहां पर एक सुरक्षा घेरा अमेरिका का भी हो।
यही नहीं, वीआईपी एनक्लोजर्स में भी अमेरिका अपनी मौजूदगी चाहता था, लेकिन वह भी इनकार कर दी गई है।
वहां के सभी वीआईपी एनक्लोजर्स में सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली पुलिस का होगा। वीआईपी वी-1 और वीआईपी वी-2, ये दोनों ही एनक्लोजर्स डायस के दोनों तरफ होते हैं।
दरअसल, अमेरिका अपने स्नाइपर्स भी सब उन इमारतों पर चाहता था जो राजपथ के आस-पास हैं, लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया। दिल्ली पुलिस ने इसे अपनी साख का सवाल बना लिया है।
जानकारी के मुताबिक एनक्लोजर्स में एंट्री से पहले जोन एंट्री हो या फिर रोड एंट्री, सभी जगह भारतीय सुरक्षा बल मौजूद रहेंगे।
सिर्फ क्लोज प्रोटेक्शन रिंग में सीक्रेट सर्विस एजेंट्स मौजूद रहेंगे। वहां, भी एसपीजी उनके साथ होगी। डायस के आस-पास बुलेट प्रूफ एनक्लोजर्स को लेकर ही दोनों में सहमति हुई है।
ओबामा के साथ 1200 सुरक्षाकर्मी भारत आ रहे हैं। गृह मंत्रालय भी ओबामा की सुरक्षा को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहता इसीलिए बार-बार सुरक्षा बलों को चौकस रहने के लिए अलर्ट जारी कर रहा है।
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