एक बड़े और जिम्मेदार फार्मास्युटिकल निर्यातक के तौर पर भारत HCQ और पैरासिटामोल मानवीय और व्यापारिक आधार पर हम दुनिया के देशों को भेज रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव के मुताबिक भारत ने पांच मिलियन टैबलेट पड़ोसी देशों, IOR देशअफ्रीका, लैटिन अमेरिका, सेंट्रल एशिया, युरेशिया और West Asia और North Africa देशों को भेज रहे हैं. हमने पड़ोसी देशों को 1.32 मिलियन पैरासिटामोल टैबलेट दिए हैं.
इन दवाओं के अलावा कई और जिंदगी बचाने वाले ऐंटीबायोटिक्स, कुछ और दवाएं, और लैब और अस्पतालों के लिए मशीनें भी दी हैं. भारत की दी हुई मेडिकल मदद कुल पांच मिलियन यूएस डॉलर की है.
भारत ने 285 मिलियन HCQ tablets चालीस देशों को और 500 मिलियन पैरासिटामॉल टैबलेट साठ देशों को व्यापारिक तौर पर देने को हरी झंडी दे दी है. प्रवक्ता ने ये भी कहा कि रैपिड रिस्पांस टीम के लिए मिली गुज़ारिशों को भी फौरन सुना गया. इस टीम में जॉक्टर, नर्स, और पैरामेडिक होते हैं. अब तक ये कुवैत और मॉलदीव्स भेजे गए हैं और स्थानीय मेडिकल टीमों को मदद दी है.
अनुराग श्रीवास्तव ने ये भी कहा कि विदेश मंत्रालय के चौबीस घंटों चलने वाले कोविड 19 कंट्रोल रूम जो 16 मार्च को शुरू हुआ था, उसने 23 अप्रैल रात आठ बजे तक तीन हजार फोन कॉल, 25 हजार ईमेल के जवाब दिए हैं.
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