भारत और चीन के बीच सैन्य स्तर की दसवें राउंड की बातचीत 16 घंटे चली है. यह बैठक शनिवार (20 फरवरी) की सुबह 10 बजे शुरू हुई थी जो रात 2 बजे तक चली. इससे पहले दोनों पड़ोसी देशों ने शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख में पैंगॉन्ग झील के दोनों किनारों पर सैनिकों के विस्थापन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया था.
वरिष्ठ कमांडर स्तर की वार्ता के ताजा दौर में, दोनों देशों ने देपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा क्षेत्र से सैनिकों के विस्थापन पर चर्चा की. यह वार्ता LAC (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के उस पार यानी चीनी पक्ष की तरफ चुशुल सेक्टर में पैंगोंग झील के दक्षिण में मोल्डो में हुई.
लद्दाख में पैंगोंग लेक के दोनों ओर सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हुई : सूत्र
समाचार एजेंसी पीटीआई के एक सूत्र के हवाले से कहा गया है कि वार्ता का फोकस विस्थापन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर केंद्रित रहा है. दोनों पक्ष इसके तौर-तरीकों पर चर्चा करने के लिए मिले हैं.
अप्रैल 2020 में उच्च ऊंचाई वाली सीमा पर तनाव बढ़ने के बाद दोनों देश पिछले नौ महीनों से कूटनीतिक और सैन्य वार्ता कर रहे हैं. दोनों देशों के बीच हालात तब तनावपूर्ण हो गए थे जब लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को दोनों पक्षों के बीच खूनी झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय सैनिक ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. इस झड़प में चीन के भी 35 सैनिकों के मारे जानी की खबर थी. हालांकि, चीन ने पहले इससे इनकार किया लेकिन अब पांच सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है.
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