शैल कंपनियों की आड़ लेकर करोड़ों रुपये का घपला करने के आरोप में चीन के नागरिकों, कंपनियों और उनके भारतीय सहयोगियों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है. विभाग ने दिल्ली ,ग़ाज़ियाबाद और गुरुग्राम में 21 जगहों पर मंगलवार को छापेमारी की. आरोप है कि कुछ भारतीयों की मदद से इन चीनी नागरिकों ने कई शैल कंपनियों का गठन कर हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के जरिए करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन किए थे. आयकर विभाग (Income tax department ) के मुताबिक इस छापेमारी को एक सूचना मिलने के बाद शुरू किया गया.
सूचना में विभाग को पता चला था कि कुछ चीनी नागरिक और उनके भारतीय सहयोगी शैल कंपनियों की मदद से मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेन देन में शामिल हैं. बाद में जांच के दौरान पता चला कि चीनी नागरिकों के जाली कंपनियों में 40 से ज्यादा बैंक खाते हैं. इन बैंक खातों की मदद से 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के गैरकानूनी लेन देन किए गए हैं. वहीं चीन की कंपनी की नियंत्रित एक कंपनी भारत में रिटेल कारोबार को खोलने के लिए शैल कंपनियों से 100 करोड़ रुपये का बोगस एडवांस भी ले चुकी है.
तलाशी अभियान में विभाग को हवाला से जुड़े दस्तावेज और गैरकानूनी गतिविधियों में बैंक कर्मचारियों, सीए के शामिल होने से जुड़े सबूत भी मिले हैं. इस मामले में चीन के एक नागरिक लुओ संग को पकड़ा गया जो भारत में चार्ली पंग के नाम से रह रहा था,उसके पास से मणिपुर के पते से बने हुआ एक फ़र्ज़ी भारतीय पासपोर्ट भी बरामद हुआ है. उसके फ़र्ज़ी नामों से 8 से 10 बैंक एकाउंट हैं,वो कई चाइनीज़ कंपनियों के लिए भारत में हवाला का ऑपेरशन देखता था.
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