देश के 13 बैंकों ने EMI पर 3 महीने की छूट का जो ऐलान किया है, वह आपको असल में महंगा पड़ेगा. बैंकों ने साफ़ कर दिया है कि अगर आप इन तीन महीनों की ईएमआई टालते हैं तो इसका ब्याज़ भी आपको चुकाना होना. अगर आप लॉकडाउन के इस दौर में अपनी ईएमआई 3 महीने टालने की सोच रहे हैं तो इसकी कीमत चुकाने के लिए तैयार रहें. एसबीआई ने अपनी वेबसाइट पर ये बात प्रमुखता से समझा दी है.
एसबीआई ने कहा है कि अगर आपने 6 लाख का ऑटो लोन लिया है और आपकी 54 महीने की EMI बची है तो आपको 3 महीने EMI नहीं देने पर करीब 19000 रुपये अतिरिक्त ब्याज के तौर पर देना होगा. यानी 1.5 EMI अतिरिक्त चुकाना होगा.
अगर आपने 30 लाख का होम लोन लिया है और आपकी 15 साल की EMI बची है तो आपको 3 महीने EMI नहीं देने पर 2. 34 लाख रुपये अतिरिक्त ब्याज के तौर पर देना होगा यानी आठ EMI अतिरिक्त चुकाना होंगी.
यूको बैंक के पूर्व एजीएम जेएल अरोरा का कहना है कि अगर बहुत ज़रूरी न हो तो EMI चुकाना ही इस संकट के दौरान बेहतर ऑप्शन होगा. EMI डेफेर तभी करें जब बेहद ज़रूरी हो.
उधर वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को हेल्थ और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस लेने वालों को राहत दी है. कहा है कि अगर पॉलिसी ख़त्म हो रही हो तो इसे 21 अप्रैल तक रिन्यू कराया जा सकता है. वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को एक अहम फैसले में एक नोटिफिकेशन जारी कर इंश्योरेंस पालिसी और थर्ड पार्टी ऑटो इंश्योरेंस पालिसी होल्डर्स को रहत देने का फैसला किया.
वित्त मंत्रालय ने कहा कि अगर 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच कोई हेल्थ इंश्योरेंस या थर्ड पार्टी ऑटो इंश्योरेंस पालिसी ख़त्म हो रही है तो इसका रिन्यूवल पेमेंट 21 अप्रैल तक किया जा सकता है.