पटना:
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मोहिउद्दीननगर से विधायक राणा गंगेश्वर सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देश के अगले प्रधानमंत्री के लिए सबसे योग्य उम्मीदवार बताते हुए कहा कि देश की अधिकांश जनता नीतीश को अगले प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
इस बात से नाराज बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भड़ास निकालते हुए कहा कि अगर वे एक विकेट लेंगे तो वे दो विकेट उखाड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जेडीयू के दो दर्जन विधायक उनके संपर्क में हैं। अब तक कुछ चार बीजेपी विधायक सुशील मोदी के खिलाफ बोल चुके हैं।
विधायक सिंह ने कहा कि बिहार के लोगों को अगले लोकसभा चुनाव में कम से कम 30 सीट से जनता दल (युनाइटेड) के प्रत्याशी को जीताना चाहिए, जिससे नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बन सकें। उन्होंने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार जैसे बीमारू प्रदेश को जिस तरह नीतीश ने स्वस्थ कर दिया है वैसे ही बीमार चल रहे देश को भी वह स्वस्थ कर देंगे। सिंह ने हालांकि इसे व्यक्तिगत राय बताया है।
उन्होंने दरभंगा जिले के हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी के निलंबन को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि सभी को अपनी व्यक्तिगत राय रखने का अधिकार है। ऐसे में गामी का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है।
इधर, दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र के विधायक विजय कुमार मिश्र ने भी भाजपा में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विधायकों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा में आंतरिक प्रजातंत्र समाप्त हो गया है। उन्होंने भाजपा छोड़ने के विषय में पूछे जाने पर कहा कि जो भी जाले विधानसभा क्षेत्र का विकास करेगा वे उनके साथ होंगे। इसमें पार्टी कोई मायने नहीं रखती।
उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि बदलते दौर की राजनीति पार्टी आधारित नहीं बल्कि विकास आधारित हो गई है। ऐसे में वे विकास के लिए कहीं भी जाने से गुरेज नहीं करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व गामी ने मोदी पर पार्टी को 'हाइजैक' करने का आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी जो चाहते हैं वहीं होता है। जद (यू) में जाने के सवाल पर गामी कहते हैं कि वे कहीं नहीं जा रहे। पार्टी में रहकर राजतंत्र को पार्टी से बाहर निकालेंगे।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने जैसे सवाल पर वे कहते हैं कि छोटी मुंह बड़ी बात मत करवाइए। पार्टी ने गामी को निलंबित कर दिया है।
इधर, मोदी ने कहा कि राज्य में ट्वेंटी-20 का क्रिकेट मैच चल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने दल के भीतर उठ रहे बगावती स्वर से घबराकर अन्य दलों के विधायकों को प्रलोभनों के बूते तोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश जी को पता नहीं है कि अगर वे एक विकेट डाउन करेंगे तो वे दो विकेट उखाड़ेंगे। अगर हिम्मत है तो पहले वे मंत्रिमंडल का विस्तार कर के तो देंखे।
सूत्रों के अनुसार पार्टी में गामी का साथ देने को लेकर कई विधायक तैयार बैठे हैं। इसमें कुशेश्वरस्थान से शशिभूषण हजारी, गायघाट से वीणा देवी, चिरैया से अवनीश कुमार सिंह जैसे विधायकों के नाम शामिल हैं।
इधर, सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से भाजपा के कुछ नेताओं ने मुलाकात की। समझा जाता है कि नेताओं ने इस संदर्भ में भी उनसे बात की है।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
इस बात से नाराज बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भड़ास निकालते हुए कहा कि अगर वे एक विकेट लेंगे तो वे दो विकेट उखाड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जेडीयू के दो दर्जन विधायक उनके संपर्क में हैं। अब तक कुछ चार बीजेपी विधायक सुशील मोदी के खिलाफ बोल चुके हैं।
विधायक सिंह ने कहा कि बिहार के लोगों को अगले लोकसभा चुनाव में कम से कम 30 सीट से जनता दल (युनाइटेड) के प्रत्याशी को जीताना चाहिए, जिससे नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बन सकें। उन्होंने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार जैसे बीमारू प्रदेश को जिस तरह नीतीश ने स्वस्थ कर दिया है वैसे ही बीमार चल रहे देश को भी वह स्वस्थ कर देंगे। सिंह ने हालांकि इसे व्यक्तिगत राय बताया है।
उन्होंने दरभंगा जिले के हायाघाट के विधायक अमरनाथ गामी के निलंबन को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि सभी को अपनी व्यक्तिगत राय रखने का अधिकार है। ऐसे में गामी का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण है।
इधर, दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र के विधायक विजय कुमार मिश्र ने भी भाजपा में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विधायकों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि भाजपा में आंतरिक प्रजातंत्र समाप्त हो गया है। उन्होंने भाजपा छोड़ने के विषय में पूछे जाने पर कहा कि जो भी जाले विधानसभा क्षेत्र का विकास करेगा वे उनके साथ होंगे। इसमें पार्टी कोई मायने नहीं रखती।
उन्होंने स्पष्ट लहजे में कहा कि बदलते दौर की राजनीति पार्टी आधारित नहीं बल्कि विकास आधारित हो गई है। ऐसे में वे विकास के लिए कहीं भी जाने से गुरेज नहीं करेंगे।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व गामी ने मोदी पर पार्टी को 'हाइजैक' करने का आरोप लगा दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी जो चाहते हैं वहीं होता है। जद (यू) में जाने के सवाल पर गामी कहते हैं कि वे कहीं नहीं जा रहे। पार्टी में रहकर राजतंत्र को पार्टी से बाहर निकालेंगे।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने जैसे सवाल पर वे कहते हैं कि छोटी मुंह बड़ी बात मत करवाइए। पार्टी ने गामी को निलंबित कर दिया है।
इधर, मोदी ने कहा कि राज्य में ट्वेंटी-20 का क्रिकेट मैच चल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपने दल के भीतर उठ रहे बगावती स्वर से घबराकर अन्य दलों के विधायकों को प्रलोभनों के बूते तोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश जी को पता नहीं है कि अगर वे एक विकेट डाउन करेंगे तो वे दो विकेट उखाड़ेंगे। अगर हिम्मत है तो पहले वे मंत्रिमंडल का विस्तार कर के तो देंखे।
सूत्रों के अनुसार पार्टी में गामी का साथ देने को लेकर कई विधायक तैयार बैठे हैं। इसमें कुशेश्वरस्थान से शशिभूषण हजारी, गायघाट से वीणा देवी, चिरैया से अवनीश कुमार सिंह जैसे विधायकों के नाम शामिल हैं।
इधर, सोमवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से भाजपा के कुछ नेताओं ने मुलाकात की। समझा जाता है कि नेताओं ने इस संदर्भ में भी उनसे बात की है।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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