प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ( आईएमएफ ) अपने सदस्य देशों में भ्रष्टाचार एवं आर्थिक प्रगति पर उसके प्रभावों से चरणबद्ध तरीके से निपटेगा. इससे जुड़ा नया दिशा - निर्देश आज जारी किया गया. आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टन लेगार्ड ने एक बयान में कहा है कि हमें मालूम है कि भ्रष्टाचार से गरीबों का नुकसान होता है. आर्थिक अवसर और सामाजिकता में बाधा उत्पन्न होती है, संस्थाओं के बीच विश्वास में कमी आती है और सामाजिक एकजुटता भंग होती है.
उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा तंत्र विकसित किया है जो शासन और भ्रष्टाचार पर नजर रखने के लिए सदस्य देशों के बीच तालमेल बढ़ाएगा. इसका लक्ष्य सदस्य देशों के साथ और अधिक व्यवस्थित,निष्पक्ष,प्रभावी और ईमानदार मेलजोल बनाना है. (इनपुट भाषा से)
उन्होंने कहा कि हमने एक ऐसा तंत्र विकसित किया है जो शासन और भ्रष्टाचार पर नजर रखने के लिए सदस्य देशों के बीच तालमेल बढ़ाएगा. इसका लक्ष्य सदस्य देशों के साथ और अधिक व्यवस्थित,निष्पक्ष,प्रभावी और ईमानदार मेलजोल बनाना है. (इनपुट भाषा से)