हैदराबाद:
हैदराबाद में गुरुवार शाम हुए दोहरे बम धमाकों में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। शहर के एक अस्पताल में दो घायलों ने आज दम तोड़ दिया। वहीं पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने विस्फोट स्थल का दौरा करने और घायलों से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा कि छह घायलों की हालत गंभीर है। उधर, एनआईए की टीम घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने में जुटी है। इसके अलावा महाराष्ट्र एटीएस और एनएसजी की टीम भी घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची है।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे आज हैदराबाद पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पहले से खुफिया एजेंसियों के अलर्ट का मतलब यह नहीं है कि इस घटना को पुलिस बल की नाकामी करार दिया जाए। शिंदे ने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकी हमले की सूचना पर बोलते हुए शिंदे ने कहा कि उन्होंने सामान्य रूप से सभी राज्यों को अलर्ट दिया था। शिंदे अस्पताल पहुंचकर घायलों से भी मिले। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण रेड्डी भी थे।
वहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हैदराबाद विस्फोट की निंदा की, कहा कि इस कायरतापूर्ण कृत्य के पीछे जिन लोगों का भी हाथ हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद विस्फोटों के बाद शांति की अपील की। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद विस्फोटों में मरने वाले लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की।
गौरतलब है कि साइबराबाद थाना इलाके में स्थित कोणार्क और वेंकटादिरी सिनेमाघरों के नजदीक सड़क किनारे बने ढाबे के बाहर दो साइकिलों में बांधकर रखा गया आईईडी विस्फोट व्यस्त समय में हुआ जब मौके पर काफी लोगों के मौजूद होने के कारण अफरा-तफरी मच गई और लोग सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे।
इन धमाकों की अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन आरंभिक जांच के बाद सुरक्षा एजेंसियों को इंडियन मुजाहिदीन पर शक है। धमाके का तरीका पुणे धमाकों से मिलता-जुलता है। मंजर इमाम पर एजेंसियों को शक है। मंजर को आईएम के प्रमुख यासीन भटकल का करीबी माना जाता है। सूत्रों के अनुसार, मंजर को हैदराबाद में देखा गया था। अब पुलिस मंजर की तलाश कर रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने विस्फोट स्थल का दौरा करने और घायलों से मिलने के बाद संवाददाताओं से कहा कि छह घायलों की हालत गंभीर है। उधर, एनआईए की टीम घटनास्थल से सबूत इकट्ठा करने में जुटी है। इसके अलावा महाराष्ट्र एटीएस और एनएसजी की टीम भी घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची है।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे आज हैदराबाद पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पहले से खुफिया एजेंसियों के अलर्ट का मतलब यह नहीं है कि इस घटना को पुलिस बल की नाकामी करार दिया जाए। शिंदे ने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकी हमले की सूचना पर बोलते हुए शिंदे ने कहा कि उन्होंने सामान्य रूप से सभी राज्यों को अलर्ट दिया था। शिंदे अस्पताल पहुंचकर घायलों से भी मिले। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण रेड्डी भी थे।
वहीं, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हैदराबाद विस्फोट की निंदा की, कहा कि इस कायरतापूर्ण कृत्य के पीछे जिन लोगों का भी हाथ हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद विस्फोटों के बाद शांति की अपील की। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद विस्फोटों में मरने वाले लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की।
गौरतलब है कि साइबराबाद थाना इलाके में स्थित कोणार्क और वेंकटादिरी सिनेमाघरों के नजदीक सड़क किनारे बने ढाबे के बाहर दो साइकिलों में बांधकर रखा गया आईईडी विस्फोट व्यस्त समय में हुआ जब मौके पर काफी लोगों के मौजूद होने के कारण अफरा-तफरी मच गई और लोग सुरक्षा के लिए इधर-उधर भागने लगे।
इन धमाकों की अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन आरंभिक जांच के बाद सुरक्षा एजेंसियों को इंडियन मुजाहिदीन पर शक है। धमाके का तरीका पुणे धमाकों से मिलता-जुलता है। मंजर इमाम पर एजेंसियों को शक है। मंजर को आईएम के प्रमुख यासीन भटकल का करीबी माना जाता है। सूत्रों के अनुसार, मंजर को हैदराबाद में देखा गया था। अब पुलिस मंजर की तलाश कर रही है।
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