
सीसीटीवी फुटेज में महिला अपहर्ता, बच्चे को ले जाती हुई नज़र आ रही है।
बेंगलुरु:
दक्षिण बेंगलुरु की रहने वाली 25 साल की फरीदा अपने नवजात बेटे को सही से देख भी नहीं पाई थी जब एक महिला उसकी गोद से बच्चे को अगवा करके चम्पत हो गई।
मामला रविवार दोपहर का है जब बेंगलुरु के बोरिंग हॉस्पिटल के ICU में भर्ती एक नवजात शिशु की माँ को नर्स ने कहा की वह अंदर जाकर अपने बच्चे को दूध पिला सकती है। फरीदा की दो बेटियां थी और इस बेटे ने गुरूवार को दुनिया में क़दम रखा था लेकिन सांस न ले पाने की वजह से यह बच्चा आईसीयू में भर्ती था।

नर्स के कहने पर फरीदा अपने बेटे की एक झलक पाने के लिए आईसीयू में पहुंची और दूध पिलाने के बाद उसके साथ खेलने लगी। तभी एक दूसरी महिला अंदर आई और फरीदा के बच्चे की तारीफ करने लगी।
उसने फरीद को बताया कि उसकी भी तीन बेटियां है इसलिए क्या वह इस प्यारे से बच्चे के साथ खेल सकती है। फरीदा ने अपने बच्चे को उसकी गोद में दे दिया लेकिन थोड़ी देर बाद उसे एहसास हुआ की उसके पीछे बैठी महिला बच्चे के साथ गायब हो चुकी है।
सीसीटीवी फुटेज में दिखी महिला
जैसे ही यह ख़बर अस्पताल के प्रशासन तक पहुंची अफ़रा तफरी मच गयी और पुलिस ने अस्पताल और आसपास के इलाके की तलाशी शुरू कर दी लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा।

अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज में वह महिला बच्चे को लेकर मुख्य गेट से बाहर निकलती हुए दिखाई दे रही है। इस दौरान अपहरण किए गए नवजात शिशु की मौसी भी दवा लेकर लोट रही थी और सीसीटीवी में वह भी इस अपहरणकर्ता महिला की बगल से गुज़रते दिख रही है। हालांकि उसे क्या पता था कि उसके पास से गुज़र रही महिला की गोद में जो बच्चा है वो उसका भांजा है।
अस्पताल के आईसीयु से मेन गेट तक आने में इस अपहर्ता महिला को लगभग 14 मिनट का समय लगा और फिर सड़क पर आते ही वह लापता हो गई। पुलिस ने अपहरण और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इससे पहले बेंगलुरु के वाणी विलास अस्पताल में ऐसी अपहरण की वारदातें होती रही हैं लेकिन बोरिंग अस्पताल में ऐसा पहली बार हुआ है।
मामला रविवार दोपहर का है जब बेंगलुरु के बोरिंग हॉस्पिटल के ICU में भर्ती एक नवजात शिशु की माँ को नर्स ने कहा की वह अंदर जाकर अपने बच्चे को दूध पिला सकती है। फरीदा की दो बेटियां थी और इस बेटे ने गुरूवार को दुनिया में क़दम रखा था लेकिन सांस न ले पाने की वजह से यह बच्चा आईसीयू में भर्ती था।

नर्स के कहने पर फरीदा अपने बेटे की एक झलक पाने के लिए आईसीयू में पहुंची और दूध पिलाने के बाद उसके साथ खेलने लगी। तभी एक दूसरी महिला अंदर आई और फरीदा के बच्चे की तारीफ करने लगी।
उसने फरीद को बताया कि उसकी भी तीन बेटियां है इसलिए क्या वह इस प्यारे से बच्चे के साथ खेल सकती है। फरीदा ने अपने बच्चे को उसकी गोद में दे दिया लेकिन थोड़ी देर बाद उसे एहसास हुआ की उसके पीछे बैठी महिला बच्चे के साथ गायब हो चुकी है।
सीसीटीवी फुटेज में दिखी महिला
जैसे ही यह ख़बर अस्पताल के प्रशासन तक पहुंची अफ़रा तफरी मच गयी और पुलिस ने अस्पताल और आसपास के इलाके की तलाशी शुरू कर दी लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा।

अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज में वह महिला बच्चे को लेकर मुख्य गेट से बाहर निकलती हुए दिखाई दे रही है। इस दौरान अपहरण किए गए नवजात शिशु की मौसी भी दवा लेकर लोट रही थी और सीसीटीवी में वह भी इस अपहरणकर्ता महिला की बगल से गुज़रते दिख रही है। हालांकि उसे क्या पता था कि उसके पास से गुज़र रही महिला की गोद में जो बच्चा है वो उसका भांजा है।
अस्पताल के आईसीयु से मेन गेट तक आने में इस अपहर्ता महिला को लगभग 14 मिनट का समय लगा और फिर सड़क पर आते ही वह लापता हो गई। पुलिस ने अपहरण और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इससे पहले बेंगलुरु के वाणी विलास अस्पताल में ऐसी अपहरण की वारदातें होती रही हैं लेकिन बोरिंग अस्पताल में ऐसा पहली बार हुआ है।
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