फाइल फोटो
नई दिल्ली:
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा ने आज उम्मीद जताई कि उनके जमीन सौदों के सिलसिले में हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई जांच को राजनीतिक बदले के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा और उनके या उनसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।
वाड्रा ने यहां एक बयान में कहा, हरियाणा सरकार ने जांच का आदेश दिया है। नतीजा आने दें। उन्होंने समस्त कानूनों का पूरी तरह पारदर्शी तरीके से पालन किए जाने पर जोर देते हुए कहा, ना तो मेरे पास और न ही मुझसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के पास छिपाने के लिए कुछ है। उन्होंने कहा, मैं गंभीरता के साथ उम्मीद करता हूं कि जांच का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए नहीं किया जाएगा। हरियाणा सरकार ने वाड्रा की कंपनी समेत कुछ संस्थाओं को गुड़गांव के सेक्टर 83 में व्यावसायिक कॉलोनियां विकसित करने के लिए लाइसेंस देने के मामले में जांच के लिए गुरुवार को आयोग का गठन किया था।
राज्य सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस एन धींगरा के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है, जो इस मामले में जांच करेगा। आयोग को छह महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपनी है।
वाड्रा ने यहां एक बयान में कहा, हरियाणा सरकार ने जांच का आदेश दिया है। नतीजा आने दें। उन्होंने समस्त कानूनों का पूरी तरह पारदर्शी तरीके से पालन किए जाने पर जोर देते हुए कहा, ना तो मेरे पास और न ही मुझसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के पास छिपाने के लिए कुछ है। उन्होंने कहा, मैं गंभीरता के साथ उम्मीद करता हूं कि जांच का इस्तेमाल राजनीतिक बदले के लिए नहीं किया जाएगा। हरियाणा सरकार ने वाड्रा की कंपनी समेत कुछ संस्थाओं को गुड़गांव के सेक्टर 83 में व्यावसायिक कॉलोनियां विकसित करने के लिए लाइसेंस देने के मामले में जांच के लिए गुरुवार को आयोग का गठन किया था।
राज्य सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एस एन धींगरा के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया है, जो इस मामले में जांच करेगा। आयोग को छह महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपनी है।
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