गृहमंत्री अमित शाह का सुरक्षा बलों को निर्देश, जारी रखें आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी: सूत्र

इस साल के शुरुआती पांच महीनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने 101 आतंकवादियों को मार गिराया है.

गृहमंत्री अमित शाह का सुरक्षा बलों को निर्देश, जारी रखें आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी: सूत्र

बैठक में अमित शाह को रमजान के दौरान कश्मीर घाटी की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई.

खास बातें

  • सुरक्षा बलों को आतंक के खिलाफ कदम उठाने के दिए निर्देश
  • घाटी में दो महीनों में तय हो जाएगी सरकार की रणनीति
  • इस साल के शुरुआती 5 महीनों में मारे गए 101 आतंकी
नई दिल्ली:

नरेंद्र मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी जारी रखेगी. इस नीति ने कहीं न कहीं लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से देश में बीजेपी की सत्ता में वापसी तय की है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे किसी भी आलोचना से प्रभावित न हों और जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रखें. गृह मंत्रालय का कहना है कि यह नीति परिणाम देने वाली है. इस साल के शुरुआती पांच महीनों में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने 101 आतंकवादियों को मार गिराया है. इसका मतलब हर महीने औसतन 20 आतंकियों का सफाया किया जा रहा है. 

मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि चिंताजनक बात यह है कि इन सफलताओं के बावजूद, घर में पैदा हुए आतंकवाद पर नियंत्रण होना अभी बाकी है. वरिष्ठ स्तर के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर एनडीटीवी को बताया, "50 से ज्यादा युवा विभिन्न आतंकी तंजीमों में शामिल हो चुके हैं और यह चिंता का विषय है." उनके अनुसार, अगले पांच सालों में डी-रेडिकलाइजेशन पर अधिक ध्यान दिया जाएगा.

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उन्होंने कहा, "हमें इस मुद्दे को सुरक्षा के पहलू से नहीं, बल्कि एक सामाजिक मुद्दे के रूप में देखना होगा. नए विचारों के बारे में सोचा जा रहा है कि युवाओं के साथ कैसे व्यवहार किया जाए, ताकि वे कट्टरपंथी विचारों से प्रभावित न हों."

आंतरिक सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेने के लिए सोमवार को की गई एक बैठक के दौरान अमित शाह को रमजान के दौरान कश्मीर घाटी की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई. पिछले साल इस समय सरकार ने आतंकवाद विरोधी अभियान को रोकने की घोषणा की थी. लेकिन संघर्ष विराम के दौरान, आतंकवादियों द्वारा 18 ग्रेनेड हमले हुए, जिसमें 31 लोग घायल हो गए. कुल मिलाकर 37 हमले हुए, जिसमें 12 लोग मारे गए और 41 घायल हुए. इस साल केवल तीन ग्रेनेड हमले हुए हैं और कुल मिलाकर सात आतंकवादी हमले हुए. इनमें तीन लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति घायल हो गया.

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मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि अमित शाह ने बैठक में स्पष्ट रूप से इस बात का उल्लेख किया कि अगले दो महीने घाटी में सरकार की रणनीति को आकार दिया जाएगा और उन्हें (अमित शाह को)  इस बात की जानकारी रहेगी.  बता दें घंटे भर चली इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक राजीव जैन और गृह सचिव राजीव गौबा उपस्थित थे.

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