हीरेन मनसुख की मौत के मामले की जांच कर रही है ATS की टीम ने गुरुवार रात को मौका-ए-वारदात पर जाकर घटना का रिक्रिएशन किया. टीम अपने ATS अपने साथ एक डमी बॉडी भी ले गई थी. रेती बंदर से खाड़ी में बॉडी को फेंका गया जो कीचड़ में फंस गई. ऐसे में एटीएस को शक है कि मनसुख की हत्या कहीं और कर शव को वहां फेंका गया था ताकि शव समंदर में बह जाए, लेकिन शव वहीं कीचड़ में फंस गया.
एटीएस ने इलाके के स्थानीय मछुआरों के बयान भी दर्ज किए है. एटीएस ने मामले में मौसम विशेषज्ञों की भी मदद ली है. विशेषज्ञों ने एटीएस को ये समझने में मदद की है कि गुरुवार को रात समुद्र में लो टाइड 4 मार्च की रात की तरह ही थी.
बता दें कि 25 फरवरी को मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के सामने एक लावारिस कार में विस्फोटक पदार्थ जिलेटिन की कई छड़ें मिली थीं. पहले खबर आई थी कि यह कार, कार पार्ट्स के डीलर हीरेन मनसुख की थी, जो कुछ दिन पहले चोरी हो गई थी. लेकिन फिर पता चला कि यह किसी सैम म्यूटेब के नाम से दर्ज है. हीरेन ने इसके इंटीरियर पर काम किया था, लेकिन पैसे नहीं मिलने पर अभी इसके असली मालिक को नहीं लौटाया था.
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लेकिन इसके बाद 4 मार्च को हीरेन मनसुख की मौत की खबर आई थी. करीब 45 वर्षीय मनसुख ठाणे में मुंबई-रेती बंदर रोड पर एक नदी के किनारे शुक्रवार की सुबह मृत पाए गए थे. यह केस पहले मुंबई क्राइम ब्रांच के पास था, लेकिन फिर ATS को दे दिया गया.
इस मामले में मुंबई पुलिस के अपराध खुफिया विभाग पुलिस अफसर सचिन वाजे का नाम हीरेन से जुड़ रहा है, जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया है.
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