29th anniversary of Babri demolition: बाबरी मस्जिद विध्वंस की आज 29वीं बरसी है. इसे लेकर देश भर में सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए कई संवेदनशील जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. ऐसे में मथुरा (Mathura) में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. कुछ हिंदू संगठनों ने ऐलान किया था कि वो मथुरा की शाही ईदगाह में पूजा अर्चना करेंगे. इस ऐलान के चलते पूरे मथुरा को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. साथ ही धारा 144 लगा दी गई है और दुकानों को बंद करा दिया गया है.
हिंदू संगठनों के ऐलान के मद्देनजर मथुरा में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए आरएएफ की एक और पीएसी की 6 कंपनियों को तैनात किया गया है. साथ ही आसपास के इलाकों से फोर्स बुलाई गई है. प्रशासन की ओर से सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है.
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प्रशासन ने मथुरा को 4 सुपरजोन, 4 जोन और 8 सेक्टरों में बांटा है और ट्रैफिक व्यवस्था में भी बदलाव किया गया है. इसके तहत जन्मभूमि-डीग गेट की ओर किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं है. साथ ही 7 दिसंबर तक विशेष ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है. प्रशासन के मुताबिक किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन कदम उठाए गए हैं, जिससे किसी भी अप्रिय घटना का सामना न करना पड़े और कानून व्यवस्था बनी रहे.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा था, 'अयोध्या, काशी जारी है... मथुरा की बारी है.' उनके इस ट्वीट के बाद भाजपा के विधानसभा चुनाव के दौरान हिंदुत्व के मुद्दे को धार देने के कयास लगाए जा रहे हैं. ऐसे में अयोध्या की तरह ही मथुरा में भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं.
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