
जेडी(यू) नेता शरद यादव ने स्मृति ईरानी पर सदन में दिए अपने विवादित बयान पर अफसोस जता दिया है। शून्यकाल में यह मामला तब उठा जब सदन के नेता अरुण जेटली ने यादव से इस बारे में स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा।
अरुण जेटली ने कहा कि मीडिया में इस मामले के आने से इस सदन से ग़लत संदेश गया है, लिहाज़ा शरद यादव को स्थिति साफ करनी चाहिए। इसके जवाब में यादव ने कहा कि उन्हें इसका अफसोस है। यादव ने स्पष्ट किया कि वो ख़ुद गोंडवाना के हैं जहां मातृ-संस्कृति है।
जेडी(यू) नेता ने कहा कि ईरानी की डिग्री पर छिड़े विवाद में सबसे पहले उन्होंने ही उनका बचाव किया था। यादव ने निर्मला सीतारमण की गिनती भी मोदी सरकार के सबसे अच्छे मंत्रियों में की।
सदन में बीमा बिल पर चर्चा के दौरान यादव ने हाथों के इशारों से दक्षिण भारत की महिलाओं के डीलडौल और शारीरिक गठन की तारीफ की थी।
महिलाओं को लेकर शरद यादव की ज़ुबान इससे पहले भी फिसली है। महिला आरक्षण विधेयक पर बोलते हुए उन्होंने कहा था कि क्या इसके ज़रिए सरकार परकटी महिलाओं को सदन में लाना चाहती है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं