भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह (दाएं) के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी
नई दिल्ली:
गुजरात विधानसभा के 40 प्रतिशत मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 84 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं.
गुजरात के मुख्यमंत्री पद से आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे और मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन के बाद 'गुजरात इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन आफ डेमोकेट्रिक रीफॉर्म्स' (एडीआर) ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विजय रूपानी सहित सभी 25 मंत्रियों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण किया है.
एडीआर ने जारी किए गए अध्ययन में कहा, "25 मंत्रियों में से 10 (40 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं... उनमें से पांच ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और डकैती शामिल हैं..." अध्ययन के मुताबिक, 25 मंत्रियों में से 21 (84 प्रतिशत) करोड़पति हैं और उनकी औसत सम्पत्ति 7.81 करोड़ रुपये है. अध्ययन में कहा गया है कि सबसे अधिक घोषित कुल आय वाले मंत्री सोलंकी पुरुषोत्तमभाई ओढवजीभाई हैं, जिनकी सम्पत्ति 37.61 करोड़ रुपये है. इसके बाद काकडिया वल्लभभाई गोबारभाई (28 करोड़ रुपये) और पटेल रोहितभाई जशुभाई (23 करोड़ रुपये) का नाम आता है.
अध्ययन में कहा गया है कि रूपानी के पास कुल सात करोड़ रुपये की सम्पत्ति है और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की कुल सम्पत्ति नौ करोड़ रुपये है. सबसे कम घोषित सम्पत्ति वाले मंत्री टी शब्दशरण भैलाभाई हैं, जिनकी सम्पत्ति 23.76 लाख रुपये की है.
इसमें कहा गया है कि कुल 18 मंत्रियों ने देनदारियां घोषित की हैं, जिनमें जैतपुर सीट से रडाडिया जयेशभाई विट्ठलभाई 7.94 करोड़ रुपये की देनदारी के साथ सबसे ऊपर हैं. उधर, शैक्षिक योग्यता के मामले में कुल 15 मंत्रियों के पास स्नातक या उसके ऊपर की डिग्री है, जबकि 10 के पास 12वीं या उसके नीचे की योग्यता है.
गुजरात के मुख्यमंत्री पद से आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे और मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन के बाद 'गुजरात इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन आफ डेमोकेट्रिक रीफॉर्म्स' (एडीआर) ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री विजय रूपानी सहित सभी 25 मंत्रियों के चुनावी हलफनामों का विश्लेषण किया है.
एडीआर ने जारी किए गए अध्ययन में कहा, "25 मंत्रियों में से 10 (40 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं... उनमें से पांच ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और डकैती शामिल हैं..." अध्ययन के मुताबिक, 25 मंत्रियों में से 21 (84 प्रतिशत) करोड़पति हैं और उनकी औसत सम्पत्ति 7.81 करोड़ रुपये है. अध्ययन में कहा गया है कि सबसे अधिक घोषित कुल आय वाले मंत्री सोलंकी पुरुषोत्तमभाई ओढवजीभाई हैं, जिनकी सम्पत्ति 37.61 करोड़ रुपये है. इसके बाद काकडिया वल्लभभाई गोबारभाई (28 करोड़ रुपये) और पटेल रोहितभाई जशुभाई (23 करोड़ रुपये) का नाम आता है.
अध्ययन में कहा गया है कि रूपानी के पास कुल सात करोड़ रुपये की सम्पत्ति है और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल की कुल सम्पत्ति नौ करोड़ रुपये है. सबसे कम घोषित सम्पत्ति वाले मंत्री टी शब्दशरण भैलाभाई हैं, जिनकी सम्पत्ति 23.76 लाख रुपये की है.
इसमें कहा गया है कि कुल 18 मंत्रियों ने देनदारियां घोषित की हैं, जिनमें जैतपुर सीट से रडाडिया जयेशभाई विट्ठलभाई 7.94 करोड़ रुपये की देनदारी के साथ सबसे ऊपर हैं. उधर, शैक्षिक योग्यता के मामले में कुल 15 मंत्रियों के पास स्नातक या उसके ऊपर की डिग्री है, जबकि 10 के पास 12वीं या उसके नीचे की योग्यता है.
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