बख्तरबंद गाड़ियों के रक्षा कवच और बुलेट-प्रूफ जैकेट के लिए परीक्षण की सेवा प्रदान करने वाली कंपनी गुजरात फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी जल्दी ही एक अमेरिकी कंपनी के साथ गठजोड़ कर सकती है ताकि बैलिस्टिक परीक्षण क्षेत्र की बेहतरीन तकनीक साझा की जा सके।
गांधीनगर की कंपनी एफएसएल का अपना बैलिस्टिक परीक्षण केंद्र है। कंपनी अब निजी रक्षा कंपनियों को भी यह सेवा प्रदान कर रही है।
एफएसएल के उपनिदेशक एचपी सांघवी ने कहा 'हमने गुजरात एफएसएल में अमेरिका मुख्यालय वाली कंपनी ड्यूपोंट के केवलर और टेंसिलॉन उत्पादों का परीक्षण किया है, जिनका उपयोग बुलेट प्रूफ जैसे और बख्तरबंद गाड़ियों में उपयुक्त रक्षा कवच के लिए किया जा रहा है।'
एफएसएल के अनुभव से उत्साहित ड्यूपोंट अब समझौते के तौर पर स्थानीय प्रयोगशाला के साथ बेहतर संबंध बनाने पर विचार कर रही है।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने ई-मेल पर भेजे जवाब में कहा 'हम एफएसएल के साथ आपसी सहयोग की पहल पर विचार कर रहे हैं जिसमें बैलिस्टिक परीक्षण के क्षेत्र से जुड़ी जानकारी और तकनीक साझा करना शामिल होगा। समझौते के स्वरूप को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।'
सांघवी ने इस बात की पुष्टि की कि एक निजी कंपनी के साथ समझौता होना है।
अमेरिकी कंपनी द्वारा गुजरात एफएसल को चुनने के बारे में पूछने पर अधिकारी ने कहा 'एफएसएल गांधीनगर में परीक्षण आंतरिक परिणामों को वैध ठहराने और अपने ग्राहकों को तृतीय पक्ष की स्वतंत्र रपट प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया है।'
उन्होंने कहा 'ड्यूपोंट की हैदराबाद में ड्यूपोंट नॉलेज सेंटर में बैलिस्टिक रेंज और अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। हम ग्राहकों को पेश करने से पहले कवच डिजाइन करते हैं, इसका नमूना बनाते हैं और आतंरिक रूप से इसका परीक्षण करते हैं।'
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