राष्ट्रीय राजधानी में भीड़भाड़ को कम करने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार ने आज दिल्ली के विभिन्न इलाकों को जोड़ते हुए रिंग रोड पर रेल नेटवर्क की योजना की घोषणा की।
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा, दिल्ली में हर दिन काफी ट्रैफिक जाम होता है। हम रिंग रोड ट्रेन को लाने पर विचार कर रहे हैं, जिससे हमें राष्ट्रीय राजधानी में सड़कों पर भीड़भाड़ को कम करने में मदद मिलेगी। केन्द्र सरकार ने शहर में अनेक फ्लाईओवरों, ऐलिवेटेड हाइवे और रिंग रोड के निर्माण की भी योजना बनाई है।
नायडू ने समारोह के बाद कहा, आने वाले दिनों में दिल्ली में अनेक नए फ्लाईओवर, ऐलिवेटेड हाइवे, रिंग रोड और मेट्रो लाइनों का विस्तार किया जाएगा, जिससे राजधानी में भीड़-भाड़ कम होगी। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए जरूरी उपायों का सुझाव देने के लिए उन्होंने शहरी विकास मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में एक समिति गठित की है। उन्होंने कहा, यह समिति 45 दिनों के अंदर अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी और उसके बाद केन्द्र एवं दिल्ली सरकार इन परियोजनाओं पर काम करेगी।
नायडू ने कहा कि हम एक ऐसी परियोजना पर भी काम कर रहे हैं, जिससे हरियाणा की तरफ से आने वाले वाहनों को जिन्हें अन्य राज्यों में जाना है वे दिल्ली में आने की बजाय बाईपास से गुजरते हुए अपने गंत्व्य स्थल तक पहुंच जाएं। इससे भी दिल्ली में भीड़भाड़ को कम करने में मदद मिलेगी। केन्द्र सरकार ने पूर्वी और पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के निर्माण को पूरा करने के लिए तीन वर्ष की समय सीमा तय की है ।
इन दोनों एक्सप्रेस-वे के निर्माण की योजना 2006 में बनी थी। प्रत्येक की लंबाई करीब 135 किलोमीटर है। सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय के बाद यह योजना बनाई गई थी, जिसमें अदालत ने दिल्ली के बाहर एक रिंग रोड बनाने को कहा था, जिससे दिल्ली न जाने वाले वाहनों को राष्ट्रीय राजधानी को बाइपास करने का रास्ता मिल सके।
पूर्वी पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद, फरीदाबाद, गौतम बुद्ध नगर और पलवल के बीच सिग्नल फ्री संपर्क मुहैया करायेगा जबकि पश्चिमी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे हरियाणा में मानेसर के रास्ते कुंडली को पलवल से जोड़गा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं