प्रदर्शन करते एफटीआईआई छात्रों (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
फिल्मकार अदूर गोपाला कृष्णन ने सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ एफटीआईआई मामले में आवाज उठाई है। कुछ दिन पहले एफटीआईआई छात्रों ने सूचना और प्रसारण मंत्री अरुण जेटली पर भारत के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित फिल्म इंस्टीट्यूट एपटीआईआई को बंद करके इंस्टीट्यूट के निजीकरण करने की धमकी देने का आरोप लगाया।
एफटीआईआई छात्रों ने आरोप लगाया कि जेटली ने दिल्ली में मामले का समाधान ढूंढने के लिए बुलाई गई मीटिंग में इशारा किया था कि अगर एफटीआईआई के छात्र गजेंद्र चौहान मामले में अपनी हड़ताल वापस नहीं लेते हैं, तो इंस्टीट्यूट बंद भी हो सकता है। लेकिन, अब इस मामले में छात्रों के समर्थन में फिल्मकार अदूर गोपाला कृषनन ने एनडीटीवी को कहा है कि एफटीआईआई को ना तो बंद किया जा सकता है ना ही इसका निजीकरण किया जा सकता है।
फिल्मकार अदूर गोपाला कृषनन ने केंद्र की आलोचना करते हुए बताया कि सरकार को गजेंद्र चौहान को एफटीआईआई का अध्यक्ष बनाना के फैसले को वापस लेना होगा। हम को गजेंद्र से कोई दुश्मनी नहीं। वो अच्छे इंसान हैं, लेकिन हमें ऐसा इंसान चाहिए जो एफटीआईआई को नई बुलंदियों तर पहुंचा सके।
गजेंद्र चौहान की अध्यक्षता से उठे विवाद को लेकर पल्लवी जोशी, जाहनू बरुआ, संतोष सिवन ने जहां एफटीआईआई सोसाइटी की सदस्यता मना की है, वहीं निखिल आडवानी, किरन राव से लेकर बॉलीवुड सुपरस्टार रनबीर कपूर ने भी गजेंद्र चौहान के खिलाफ मोर्चा खोला है।
अदूर ने NDTV को कहा कि मैं खुद गजेंद्र चौहान को अपील करूंगा कि वो एफटीआईआई अध्यक्ष का पद छोड़ दें, क्योंकी उनके पद पर बने रहने से एफटीआईआई का नुक्सान होगा। एफटीआईआई छात्र हड़ताल वापस लेने के मूड में नहीं और ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द इस मामले का समाधान ढूंढना होगा।
एफटीआईआई छात्रों ने आरोप लगाया कि जेटली ने दिल्ली में मामले का समाधान ढूंढने के लिए बुलाई गई मीटिंग में इशारा किया था कि अगर एफटीआईआई के छात्र गजेंद्र चौहान मामले में अपनी हड़ताल वापस नहीं लेते हैं, तो इंस्टीट्यूट बंद भी हो सकता है। लेकिन, अब इस मामले में छात्रों के समर्थन में फिल्मकार अदूर गोपाला कृषनन ने एनडीटीवी को कहा है कि एफटीआईआई को ना तो बंद किया जा सकता है ना ही इसका निजीकरण किया जा सकता है।
फिल्मकार अदूर गोपाला कृषनन ने केंद्र की आलोचना करते हुए बताया कि सरकार को गजेंद्र चौहान को एफटीआईआई का अध्यक्ष बनाना के फैसले को वापस लेना होगा। हम को गजेंद्र से कोई दुश्मनी नहीं। वो अच्छे इंसान हैं, लेकिन हमें ऐसा इंसान चाहिए जो एफटीआईआई को नई बुलंदियों तर पहुंचा सके।
गजेंद्र चौहान की अध्यक्षता से उठे विवाद को लेकर पल्लवी जोशी, जाहनू बरुआ, संतोष सिवन ने जहां एफटीआईआई सोसाइटी की सदस्यता मना की है, वहीं निखिल आडवानी, किरन राव से लेकर बॉलीवुड सुपरस्टार रनबीर कपूर ने भी गजेंद्र चौहान के खिलाफ मोर्चा खोला है।
अदूर ने NDTV को कहा कि मैं खुद गजेंद्र चौहान को अपील करूंगा कि वो एफटीआईआई अध्यक्ष का पद छोड़ दें, क्योंकी उनके पद पर बने रहने से एफटीआईआई का नुक्सान होगा। एफटीआईआई छात्र हड़ताल वापस लेने के मूड में नहीं और ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द इस मामले का समाधान ढूंढना होगा।
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