फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली (Florence Parly) ने कहा है कि यूरोपीय देशों में जब कोविड-19 महामारी (COVID-19 crisis) अपने चरम पर थी, उस सम भारत ने फ्रांस को जरूरी दवाएं भेजकर उसकी मदद की. उन्होंने यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) के साथ एक संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कही. पार्ली ने बताया कि उनके देश में इसके 'जवाब' में इंटेसिव केयर यूनिट (ICU) के मरीजों के लिए मेडिकल उपकरण भारत को भेजे.
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उन्होंने कहा कि हाल में स्वास्थ्य संकट के प्रबंधन (Management of the health crisis) में दोनों देशों ने एकजुटता दिखाई. फ्रांस में कोविड-19 के चरम पर होने वाले समय में भारत ने जरूरी दवाएं भेजकर हमारा समर्थन किया. दूसरी ओर, हमने भारत को मेडिकल उपकरण भेजे. पार्ली अंबाला में उस समारोह में शिरकत करने के लिए खासतौर पर भारत आई थीं, जिसमें पांच राफेल विमान के पहले दस्ते को भारतीय वायु सेना में शामिल (Rafale induction Event) किया गया. उन्होंने कहा, 'मैं इस महत्वपूर्ण इवेंट के लिए भारत आकर बेहद खुश हूं. यह दोनों देशों की सामरिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने की दिशा में अहम कदम है जिसकी शुरुआत 1998 में हुई थी.'
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत में फ्रांस की रक्षा मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सीट के लिए भारत की दावेदारी को लेकर फ्रांस का समर्थन दोहराया. उन्होंने कहा कि यूएनएससी की स्थायी सीट के लिए भारत की दावेदारी का फ्रांस समर्थन करता है. फ्रांस की रक्षा मंत्री ने इस दौरान यूएनएससी में नॉन परमानेंट मेंबर के रूप में भारत के चुने जाने का भी जिक्र किया. भारत का दो वर्ष का कार्यकाल जनवरी 2021 में प्रारंभ होगा. पार्ली ने कहा यह हमारे लिए अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करने का अवसर होगा.
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