
नितिन गडकरी (फाइल फोटो)
रायपुर:
केंद्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि किसान परंपरागत फसलों की जगह अधिक लाभ देने वाली फसलों की खेती करें. गडकरी ने यहां राज्य के कृषि विभाग द्वारा राजधानी रायपुर के नजदीक जोरा गांव में आयोजित राष्ट्रीय कृषि मेले को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को परंपरागत फसलों की खेती को छोडकर अधिक आय देने वाली फसलों की खेती के लिए आगे आना होगा. इसके लिए किसानों को नए प्रयोगों और अनुसंधानों को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कृषि मेले की शुरूआत कर एक अच्छी पहल की है. इससे किसानों को खेती-किसानी से संबंधित नई तकनीकों और नए अनुसंधानों की जानकारी मिलेगी.
यह भी पढ़ें : नितिन गडकरी ने सेना को कहा, 'पाकिस्तान बॉर्डर पर जाओ, मुंबई में नहीं मिलेगी एक इंच भी जमीन'
केंद्रीय मंत्री ने यहां आए किसानों से कहा कि आज भारत चावल, गेहू एवं अन्य अनाजों के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो चुका है. इसलिए अब किसानों को अनाज के स्थान पर दलहन-तिलहन और अन्य ऐसी फसलों का उत्पादन करना होगा जिनका हम विदेशों से आयात करते हैं.
VIDEO : जब बड़े-बड़े सुधार होते हैं तो शुरुआती दिक्कतें आती हैं : नितिन गडकरी
गडकरी ने किसानों को उन्नत बनाने के लिए प्रशिक्षण और प्रबोधन पर जोर दिया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के ग्यारह जिलों के किसानों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पादों का लोकार्पण किया. उन्होंने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा विकसित ई-कृषि पंचाग मोबाईल एप का लोकार्पण तथा विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि दर्शिका का विमोचन भी किया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह भी पढ़ें : नितिन गडकरी ने सेना को कहा, 'पाकिस्तान बॉर्डर पर जाओ, मुंबई में नहीं मिलेगी एक इंच भी जमीन'
केंद्रीय मंत्री ने यहां आए किसानों से कहा कि आज भारत चावल, गेहू एवं अन्य अनाजों के उत्पादन में आत्मनिर्भर हो चुका है. इसलिए अब किसानों को अनाज के स्थान पर दलहन-तिलहन और अन्य ऐसी फसलों का उत्पादन करना होगा जिनका हम विदेशों से आयात करते हैं.
VIDEO : जब बड़े-बड़े सुधार होते हैं तो शुरुआती दिक्कतें आती हैं : नितिन गडकरी
गडकरी ने किसानों को उन्नत बनाने के लिए प्रशिक्षण और प्रबोधन पर जोर दिया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ के ग्यारह जिलों के किसानों द्वारा उत्पादित जैविक उत्पादों का लोकार्पण किया. उन्होंने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा विकसित ई-कृषि पंचाग मोबाईल एप का लोकार्पण तथा विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित कृषि दर्शिका का विमोचन भी किया.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं