अंधेरी इलाके में एक 22 मंजिला इमारत में लगी आग बुझाने के दौरान एक दमकलकर्मी की मौत की वजह झूठी खबर हो सकती है। एक शीर्ष अग्निशमन अधिकारी ने शनिवार को यह बात कही।
उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील नेसारिकर ने कहा कि दमकलकर्मी नितिन इवालेकर इमारत की लिफ्ट में किसी महिला के फंसे होने की खबर सुनकर उसे बचाने गए थे।
नेसारिकर ने कहा, 'लेकिन वास्तव में वहां कोई नहीं था, क्योंकि वह खबर ही झूठी थी। हम मुंबई पुलिस से इस मामले की जांच करने का आग्रह कर रहे हैं।'
मारा गया दमकलकर्मी अंधेरी पश्चिम इलाके में स्थित लोटस बिजनेस पार्क नामक 22 मंजिला इमारत में लगी आग बुझाने के दौरान अपने 10 सहकर्मियों के साथ इमारत की छत पर आग की लपटों और धुओं के बीच फंस गया था और बाद में उसकी मौत हो गई। इसी इमारत में अभिनेता रितिक रोशन का भी दफ्तर है।
इवालेकर की अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ शनिवार को की गई। उनकी छह वर्षीय पुत्री सुहा ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी विधवा शुभांगी द्वारा रखी गई मांगों को ग्रेटर मुंबई नगर निगम (एमसीजीएम) द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद ही उनकी अंतिम संस्कार संपन्न की गई।
शुभांगी ने अपने पति का शव लेने से इनकार कर दिया था और कहा था कि जब तक उन्हें उपयुक्त नौकरी और बतौर मुआवजा पंद्रह लाख रुपये दिए जाने का लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता, वह शव नहीं लेंगी।
शुभांगी ने कहा, 'अंतिम संस्कार संपन्न होने के बाद किसी को हमारी चिंता नहीं रहेगी। हम तनाव में रहेंगे। इसलिए मैंने लिखित आश्वासन की मांग की।'
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