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This Article is From Apr 03, 2015

फर्जी आइएएस प्रशिक्षु महिला ने न्याय न मिलने पर आत्महत्या की धमकी दी

फर्जी आइएएस प्रशिक्षु महिला ने न्याय न मिलने पर आत्महत्या की धमकी दी
रूबी चौधरी
देहरादून:

अधिकारियों पर मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के उपनिदेशक सौरभ जैन को बचाने का आरोप लगाते हुए संस्थान में छह माह तक फर्जी आईएएस प्रशिक्षु के रूप में ठहरने वाली महिला रूबी चौधरी ने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी।

गौरतलब है कि रूबी ने आरोप लगाया कि अकादमी के उपनिदेशक जैन ने उसे फर्जी पहचानपत्र जारी किया था जिसके आधार पर वह संस्थान में छह माह से ज्यादा समय तक रुकी रही। महिला ने आरोप लगाया कि अधिकारी प्रभावशाली आईएएस अफसर जैन को बचाने के लिए सामूहिक प्रयास कर रहे हैं।

रूबी ने जैन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है तो उन्हें भी सबके सामने आना चाहिए। उसने इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराए जाने की भी मांग की। रूबी ने कहा, 'जैन को बचाने का एक सामूहिक प्रयास किया जा रहा है। वह उत्तरकाशी के जिलाधिकारी रह चुके हैं और देहरादून में शायद किसी प्रमुख पोजीशन पर भी रह चुके हैं। मंत्री और पुलिसवाले भी उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। आखिरकार अभी तक उनसे पूछताछ क्यों नहीं की गई है। अगर उन्होंने (जैन ने) कुछ गलत नहीं किया है तो उनमें सबके सामने आने की हिम्मत क्यों नहीं है।

आरोपी महिला ने कहा कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी। नेहरू कालोनी पुलिस थाना के अधिकारियों पर मामले के संबंध में जीरो रिपोर्ट तक दर्ज न करने का आरोप लगाते हुए रूबी ने कहा कि उसे चल रही जांच से कोई खास उम्मीद नहीं है और इस बारे में निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। उसने यह भी कहा कि इस पूरे प्रकरण से उसके अपने परिवार तथा ससुराल वालों दोनों पक्षों से संबंधों पर बुरा असर पड़ा है और इससे वह गहरे अवसाद में है।

आरोपी महिला ने कहा, मैं गहरे अवसाद में हूं। मेरे अपने परिवार और ससुराल वालों से संबंध टूट गए हैं। अगर मुझे न्याय नहीं मिला, तो मेरे सामने आत्महत्या करने के अलावा कोई और चारा नहीं रहेगा। मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए उसने कहा कि अगर न्याय का मतलब उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई है तो वह इसके लिये भी तैयार है।

रूबी ने कहा, 'अगर मैं गलत हूं, मुझे दंड दिया जाना चाहिए लेकिन अगर जैन या अकादमी प्रशासन गलत हैं तो उन्हें भी दंड मिलना चाहिए। संपर्क किए जाने पर पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस मामले में अगली कार्रवाई सीबी-सीआइडी की पुलिस अधीक्षक शहांजहां अंसारी के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल की जांच रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।

आरोपी महिला ने अकादमी के उपनिदेशक जैन पर उससे घूस लेकर फर्जी पहचान पत्र जारी करने का आरोप लगाया है। मामले की सच्चाई का पता लगाने के लिये उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक बी एस सिद्घू ने पुलिस अधिकारी शाहजहां के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया है।

रूबी ने यह भी आरोप लगाया है कि जैन ने उसे अकादमी में नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया था जिसके लिए उन्हें 20 लाख रुपये दिये जाने की बात हुई थी। उसने कहा कि कुल रकम में से पांच लाख रुपये वह पहले ही जैन को दे चुकी थी। रुबी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 420, 467, 468, 471 और 170 के तहत मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, अभी इस मामले में उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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