समझा जाता है कि चुनाव आयोग ने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक सम्पत्ति के मामले में गिरफ्तार वाई एस आर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का निर्णय किया है।
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नई दिल्ली:
समझा जाता है कि चुनाव आयोग ने आय के ज्ञात स्रोत से अधिक सम्पत्ति के मामले में गिरफ्तार वाई एस आर कांग्रेस प्रमुख जगनमोहन रेड्डी के मामले में हस्तक्षेप नहीं करने का निर्णय किया है।
जगन की मां ने आंध्रप्रदेश में आसन्न उपचुनाव को देखते हुए जगन को रिहा करने की मांग की थी।
तीन सदस्यीय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी की अध्यक्षता में आज हुई बैठक में वाई एस आर कांग्रेस की मानद अध्यक्ष वाई एस विजय लक्ष्मी के पत्र पर चर्चा की जिसमें आयोग से उनके पुत्र को रिहा किये जाने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
आयोग के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि आयोग इस मामले में कुछ करने की स्थिति में नहीं है क्योंकि मामला अदालत के विचाराधीन है और कानूनी प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने कहा कि आयोग अपने रूख से विजयलक्ष्मी को अवगत करा देगा। जगन को रविवार को आय के ज्ञात स्रोत से अधिक सम्पत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया था और अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वह कल से हैदराबाद जेल में हैं। जगन की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में विजयलक्ष्मी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा था और 12 जून को आंध्रप्रदेश में 18 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को देखते हुए जगन को रिहा करने की मांग की थी ताकि वह चुनाव प्रचार में हिस्सा ले सकें।
पार्टी ने निर्णय किया है कि जगन की अनुपस्थिति में उनकी मां विजयलक्ष्मी चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगी। राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने का आग्रह करते हुए विजयलक्ष्मी ने कहा, ‘‘मैं यह पत्र काफी उम्मीद के साथ लिख रही हूं कि आप इसमें हस्तक्षेप करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई ने उन्हें (जगन) 27 मई को उपचुनाव से महज 15 दिन पहले गिरफ्तार किया। यह बड़ी साजिश के तहत किया गया है ताकि उन्हें चुनाव में हिस्सा लेने से रोका जा सके जिसका एकमात्र मकसद सत्तारूढ कांग्रेस के उम्मीदवारों को मदद करना है।’’
जगन की मां ने आंध्रप्रदेश में आसन्न उपचुनाव को देखते हुए जगन को रिहा करने की मांग की थी।
तीन सदस्यीय चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी की अध्यक्षता में आज हुई बैठक में वाई एस आर कांग्रेस की मानद अध्यक्ष वाई एस विजय लक्ष्मी के पत्र पर चर्चा की जिसमें आयोग से उनके पुत्र को रिहा किये जाने का निर्देश देने की मांग की गई थी।
आयोग के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि आयोग इस मामले में कुछ करने की स्थिति में नहीं है क्योंकि मामला अदालत के विचाराधीन है और कानूनी प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने कहा कि आयोग अपने रूख से विजयलक्ष्मी को अवगत करा देगा। जगन को रविवार को आय के ज्ञात स्रोत से अधिक सम्पत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया था और अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वह कल से हैदराबाद जेल में हैं। जगन की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में विजयलक्ष्मी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा था और 12 जून को आंध्रप्रदेश में 18 विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को देखते हुए जगन को रिहा करने की मांग की थी ताकि वह चुनाव प्रचार में हिस्सा ले सकें।
पार्टी ने निर्णय किया है कि जगन की अनुपस्थिति में उनकी मां विजयलक्ष्मी चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगी। राज्य में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने का आग्रह करते हुए विजयलक्ष्मी ने कहा, ‘‘मैं यह पत्र काफी उम्मीद के साथ लिख रही हूं कि आप इसमें हस्तक्षेप करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआई ने उन्हें (जगन) 27 मई को उपचुनाव से महज 15 दिन पहले गिरफ्तार किया। यह बड़ी साजिश के तहत किया गया है ताकि उन्हें चुनाव में हिस्सा लेने से रोका जा सके जिसका एकमात्र मकसद सत्तारूढ कांग्रेस के उम्मीदवारों को मदद करना है।’’
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Election Commission On Jagan's Arrest, जगन रेड्डी की गिरफ्तारी पर चुनाव आयोग