
जब ताजमहल के लिए परिसर में दाखिल हुईं मॉडल्स, तो उन्हें दुपट्टा हटाने को कहा गया था.
नई दिल्ली:
सरकार ने शनिवार को कहा कि ताजमहल में प्रवेश से पहले कुछ विदेशी मॉडलों को भगवा दुपट्टा उतारने के लिए कहे जाने की कथित घटना में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) या सीआईएसएफ का कोई कर्मी शामिल नहीं था.
संस्कृति मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है, ‘‘सरकार को इस संबंध में सीआईएसएफ और एएसआई की ओर से रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का काम न तो सीआईएसएफ के किसी कर्मी ने और न ही एएसआई के किसी कर्मचारी ने किया है.’’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि ताजमहल जाने वाले लोगों के वेशभूषा, रंग या डिजाइन को लेकर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है.
क्या था मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में दिल्ली में 12 से 22 अप्रैल तक आयोजित सुपरमॉडल इंटरनेशनल कॉन्टेस्ट में अलग-अलग देशों की करीब 34 मॉडल्स भाग लेने के लिए आई थीं. इसी दौरान वे ताजमहल घुमने गई हुई थीं, लेकिन गर्मी से बचने के लिए भगवे रंग के दुपट्टे से उन्होंने अपने सिर को ढक रखा था. जब वे ताजमहल को देखने के लिए परिसर में दाखिल हो रही थीं, वहां उन मॉडलों से दुपट्टा हटाने को कहा गया था.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
संस्कृति मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा है, ‘‘सरकार को इस संबंध में सीआईएसएफ और एएसआई की ओर से रिपोर्ट मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह का काम न तो सीआईएसएफ के किसी कर्मी ने और न ही एएसआई के किसी कर्मचारी ने किया है.’’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि ताजमहल जाने वाले लोगों के वेशभूषा, रंग या डिजाइन को लेकर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं है.
क्या था मामला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में दिल्ली में 12 से 22 अप्रैल तक आयोजित सुपरमॉडल इंटरनेशनल कॉन्टेस्ट में अलग-अलग देशों की करीब 34 मॉडल्स भाग लेने के लिए आई थीं. इसी दौरान वे ताजमहल घुमने गई हुई थीं, लेकिन गर्मी से बचने के लिए भगवे रंग के दुपट्टे से उन्होंने अपने सिर को ढक रखा था. जब वे ताजमहल को देखने के लिए परिसर में दाखिल हो रही थीं, वहां उन मॉडलों से दुपट्टा हटाने को कहा गया था.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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