डूसू चुनाव में वोट डालने के लिए कतार में खड़ीं छात्राएं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली विश्वविद्यालय और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनावों के लिए आज मतदान हो रहे हैं। इन चुनावों में दोनों परिसरों के 50 से ज्यादा उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा और इसमें कांटे का मुकाबला होने की संभावना है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में जहां मुकाबला कांग्रेस से संबद्ध नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और बीजेपी से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के बीच है, वहीं विधानसभा चुनावों में जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने अपनी छात्र शाखा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) को मैदान में उतारकर चुनौती कड़ी कर दी है।
डूसू चुनावों के पीठासीन अधिकारी डीएस रावत ने बताया कि डूसू चुनावों में चार पदों के लिए कुल 35 उम्मीदवार मैदान में हैं। नौ उम्मीदवार अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं, वहीं उपाध्यक्ष के लिए आठ नामांकन वैध पाए गए हैं। उन्होंने कहा, सचिव और संयुक्त सचिव के लिए क्रमश: 10 और आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव दो चरणों में विश्वविद्यालय के 42 कॉलेज के 127 मतदान केंद्रों पर होगा।
उन्होंने कहा, कुल एक लाख 35 हजार 298 मतदाता सुबह से शाम तक 42 कॉलेजों में वोट डालेंगे। डीयू के अधिकारियों के मुताबिक मॉर्निंग कॉलेज के छात्रों के लिए वोटिंग का समय सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक होगा, जबकि इवनिंग कॉलेज के छात्रों के लिए वोट डालने का समय शाम तीन बजे से सात बजे तक होगा।
उन्होंने कहा कि किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि डूसू चुनावों के परिणाम शनिवार दोपहर तक घोषित कर दिए जाएंगे।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में 22 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जेएनयू चुनावों के सीईसी प्रवीण थल्लापेल्ली ने कहा, केंद्रीय पैनल के लिए कुल 22 उम्मीदवार हैं, जिनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव हैं। अन्य 83 उम्मीदवार विश्वविद्यालय के सभी केंद्रों के लिए पार्षद पद का चुनाव लड़ रहे हैं। डूसू अधिकतर कॉलेजों और संकायों के छात्रों का प्रतिनिधित्व करने वाला निकाय है। डूसू के अलावा हर कॉलेज का अपना छात्र संगठन है, जिसके लिए अलग से चुनाव होते हैं। पिछले वर्ष डूसू चुनावों में एबीवीपी ने एनएसयूआई को हराकर चारों पद पर कब्जा किया था।
डूसू चुनावों में इस वर्ष शिरोमणि अकाली दल की युवा शाखा स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसओआई) भी शामिल हो रही है। वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जेएनयूएसयू चुनावों में आईसा, एआईएसएफ, एबीवीपी, एसएफआई, एनएसयूआई, एसएफआई, डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन और बिरसा अंबेडकर फूले छात्र संगठन (बीएपीएसए) हिस्सा ले रहे हैं।
पिछले वर्ष जेएनयू चुनावों में आईसा ने सभी शीर्ष चार पदों पर कब्जा किया था जिसमें उसने लगातार दूसरी बार अध्यक्ष पद हासिल किया।
थल्लापेल्ली ने कहा, जेएनयूएसयू चुनावों की मतगणना शनिवार को होगी और रविवार सुबह तक परिणाम आने की उम्मीद है। जेएनयू में मतपत्रों के माध्यम से वोटिंग होती है। बहरहाल वह अपने मतदाताओं को नोटा का विकल्प देता है, जो डीयू चुनावों में नहीं है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में जहां मुकाबला कांग्रेस से संबद्ध नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और बीजेपी से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के बीच है, वहीं विधानसभा चुनावों में जीत से उत्साहित आम आदमी पार्टी ने अपनी छात्र शाखा छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) को मैदान में उतारकर चुनौती कड़ी कर दी है।
डूसू चुनावों के पीठासीन अधिकारी डीएस रावत ने बताया कि डूसू चुनावों में चार पदों के लिए कुल 35 उम्मीदवार मैदान में हैं। नौ उम्मीदवार अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं, वहीं उपाध्यक्ष के लिए आठ नामांकन वैध पाए गए हैं। उन्होंने कहा, सचिव और संयुक्त सचिव के लिए क्रमश: 10 और आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव दो चरणों में विश्वविद्यालय के 42 कॉलेज के 127 मतदान केंद्रों पर होगा।
उन्होंने कहा, कुल एक लाख 35 हजार 298 मतदाता सुबह से शाम तक 42 कॉलेजों में वोट डालेंगे। डीयू के अधिकारियों के मुताबिक मॉर्निंग कॉलेज के छात्रों के लिए वोटिंग का समय सुबह साढ़े आठ बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक होगा, जबकि इवनिंग कॉलेज के छात्रों के लिए वोट डालने का समय शाम तीन बजे से सात बजे तक होगा।
उन्होंने कहा कि किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए हर मतदान केंद्र पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि डूसू चुनावों के परिणाम शनिवार दोपहर तक घोषित कर दिए जाएंगे।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव में 22 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। जेएनयू चुनावों के सीईसी प्रवीण थल्लापेल्ली ने कहा, केंद्रीय पैनल के लिए कुल 22 उम्मीदवार हैं, जिनमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव हैं। अन्य 83 उम्मीदवार विश्वविद्यालय के सभी केंद्रों के लिए पार्षद पद का चुनाव लड़ रहे हैं। डूसू अधिकतर कॉलेजों और संकायों के छात्रों का प्रतिनिधित्व करने वाला निकाय है। डूसू के अलावा हर कॉलेज का अपना छात्र संगठन है, जिसके लिए अलग से चुनाव होते हैं। पिछले वर्ष डूसू चुनावों में एबीवीपी ने एनएसयूआई को हराकर चारों पद पर कब्जा किया था।
डूसू चुनावों में इस वर्ष शिरोमणि अकाली दल की युवा शाखा स्टूडेंट्स आर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसओआई) भी शामिल हो रही है। वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जेएनयूएसयू चुनावों में आईसा, एआईएसएफ, एबीवीपी, एसएफआई, एनएसयूआई, एसएफआई, डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन और बिरसा अंबेडकर फूले छात्र संगठन (बीएपीएसए) हिस्सा ले रहे हैं।
पिछले वर्ष जेएनयू चुनावों में आईसा ने सभी शीर्ष चार पदों पर कब्जा किया था जिसमें उसने लगातार दूसरी बार अध्यक्ष पद हासिल किया।
थल्लापेल्ली ने कहा, जेएनयूएसयू चुनावों की मतगणना शनिवार को होगी और रविवार सुबह तक परिणाम आने की उम्मीद है। जेएनयू में मतपत्रों के माध्यम से वोटिंग होती है। बहरहाल वह अपने मतदाताओं को नोटा का विकल्प देता है, जो डीयू चुनावों में नहीं है।
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