गणतंत्र दिवस समारोह के अतिथि नहीं होंगे डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिका ने भारत का न्योता ठुकराया: रिपोर्ट

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कथित तौर पर भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है.

गणतंत्र दिवस समारोह के अतिथि नहीं होंगे डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिका ने भारत का न्योता ठुकराया: रिपोर्ट

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो)

खास बातें

  • अमेरिका ने भारत को दिया बड़ा झटका
  • ट्रंप ने भारत के आमंत्रण को ठुकराया
  • गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल नहीं होंगे ट्रंप
नई दिल्ली:

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कथित तौर पर भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेट्री सारा सैंडर्स ने अगस्त में कहा था कि राष्ट्रपति ट्रंप को भारत का आमंत्रण मिला है. उन्होंने संवाददताओं से कहा कि 'मुझे पता है कि निमंत्रण मिला है लेकिन इस पर कोई अंतिम निर्णय हुआ है यह जानकारी नहीं है'. हालांकि विदेश मंत्रालय ने कोई बयान जारी नहीं किया है. दूसरी तरफ दिल्ली में अमेरिका के दूतावास का कहना है कि राष्ट्रपति के आवागमन को लेकर सिर्फ व्हाइट हाउस ही कुछ कह सकता है. 

अमेरिका ने दी धमकी, कहा- रूस से एस-400 और ईरान से तेल खरीदना भारत के लिए 'फायदेमंद' नहीं होगा

आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से अमेरिकी अधिकारी इस बात का संकेत दे रहे थे कि राष्ट्रपति ट्रंप जनवरी में भारत नहीं आएंगे क्योंकि सर्दियों में स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस भी प्रस्तावित है. हालांकि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा दो भारत आए थे और गणतंत्र दिवस समारोह में भी शामिल हुए थे, जबकि उस समय जनवरी में स्टेट ऑफ द यूनियन एड्रेस प्रस्तावित था. गौरतलब है कि ट्रंप द्वारा भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के न्योते को ठुकराने का मामला एेसे समय में सामने आया है जब दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर असहमति की स्थिति बनी है. खासकर अमेरिका द्वारा इरान पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद वहां से भारत के तेल लेने के फैसले पर ट्रंप प्रशासन ने नाराजगी जताई थी. 

ट्रंप ने ‘#MeToo' अभियान का बनाया मजाक, कहा- प्रेस के नियमों के कारण खुद पर नियंत्रण रखना पड़ रहा है

गौरतलब है कि पिछले दिनों ही अमेरिका ने कहा था कि वह भारत के ईरान से 4 नवंबर के बाद तेल आयात जारी रखने और रूस से हवाई रक्षा प्रणाली एस-400 खरीदना के फैसले का "बहुत ही सावधानीपूर्वक" समीक्षा कर रहा है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय  ने यह बात कही. उन्होंने यह भी कहा था कि ये भारत के लिए "फायदेमंद नहीं" रहेगा. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा था कि यह भारत के लिए फायदमेंद नहीं होगा.  उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा, "ईरान से तेल आयात करना जारी रखने वालों पर चार नंवबर से प्रतिबंध प्रभावी होंगे. हम प्रतिबंधों को लेकर दुनिया भर के ईरान के कई भागीदारों और सहयोगियों के साथ बातचीत कर रहे हैं."  

दक्षिण चीन सागर को लेकर ओबामा प्रशासन ‘नपुंसक' बना रहा : ट्रंप 

 


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com