बाधाओं के बावजूद कश्मीर में स्थायी शांति के लक्ष्य से नहीं भटकेंगे : राजनाथ

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, बच्चे गलती करते हैं, इसीलिए पत्थरबाजों पर दर्ज मामलों को वापस लिया

बाधाओं के बावजूद कश्मीर में स्थायी शांति के लक्ष्य से नहीं भटकेंगे : राजनाथ

खास बातें

  • कहा, बच्‍चों के भविष्‍य के साथ खिलवाड़ न करें अलगाववादी
  • अपने बच्‍चों को बेहतरीन शिक्षा और दूसरों के बच्‍चों को पत्‍थर थमा रहे
  • केंद्र जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित
नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के दो दिनों के दौरे पर गए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को श्रीनगर में मीडिया कर्मियों से कहा, 'मैं दोहराना चाहूंगा कि चाहे राह में कितनी भी बाधाएं क्‍यों न आएं, हम कश्‍मीर में स्‍थायी शांति लाने के अपने लक्ष्‍य से नहीं भटकेंगे.' उन्‍होंने कहा कि मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं है कि सेना और पुलिस समेत हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने अत्‍यधिक संयम से काम किया है.

राजनाथ ने कहा कि अलगाववादी किसी भी तरह की राजनीति कर सकते हैं, लेकिन उन्‍हें बच्‍चों के भविष्‍य के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए. ये केवल कश्‍मीर के बच्‍चे नहीं हैं बल्कि भारत के बच्‍चे हैं और देश के लिए धरोहर हैं. इसे ध्‍यान में रखते हुए हमने पहली बार पत्‍थरबाजी में शामिल होने वाले युवाओं पर दायर मामले वापस ले लिए.

राजनाथ सिंह ने अलगाववादियों पर सवाल उठाते हुए कहा, 'अपने बच्‍चों को बेहतरीन शिक्षा दिलाना और दूसरों के बच्‍चों के हाथों में पत्‍थर थमाना? ये क्‍या है? मैंने हमेशा महसूस किया है कि यहां के युवाओं में बहुत प्रतिभा है, आईएएस, आईआईएम आदि के नतीजे इसका सबूत हैं. यहां कुछ निश्चित ताकतों द्वारा युवाओं को बरगलाया जा रहा है. हम सभी से वार्ता के लिए तैया हैं. जरूरी नहीं कि आप समान सोच वाले हों लेकिन आप सही सोच वाले जरूर हों.

राजनाथ सिंह ने शेर-ए-कश्मीर इनडोर स्टेडियम में भी 6,000 से अधिक युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे गलतियां कर सकते हैं. यही कारण है कि हमने उन बच्चों के खिलाफ मुकदमा वापस लेने का फैसला किया है, जिन्हें पत्थरबाजी के लिए गुमराह किया गया था. राजनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित है. उन्होंने कहा कि "मैं युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि उन्हें विकास के मार्ग का पालन करना चाहिए. उन्हें विनाश के रास्ते पर नहीं जाना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जम्मू-कश्मीर से बहुत प्यार है."

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं के भविष्य को लेकर चिंतित है. उन्होंने खेल के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए राज्य सरकार की सराहना की और आश्वासन दिया कि राज्य में खेल को बढ़ावा देने में धन की समस्या नहीं आने दी जाएगी.

जम्मू-कश्मीर के दो दिनों के दौरे पर गए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में यह नजारा मैंने पहली बार देखा है. इन बच्चों के उमंग और उत्साह को देखने का बाद मैं यह कह सकता हूं कि यह सभी जम्मू-कश्मीर के नौजवान सिर्फ घाटी की नहीं, बल्कि हिंदुस्तान की तकदीर को बदल सकते हैं, पूरे मुल्क को बना सकते हैं. उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि आप पर सिर्फ जम्मू-कश्मीर को नाज नहीं है, बल्कि पूरे देश को नाज है. यहां प्रतिभा की कमी नहीं है. जम्मू-कश्मीर सरकार की मदद से और केंद्र सरकार की मदद से हम जम्मू-कश्मीर की तकदीर और तस्वीर बदल कर रहेंगे.

उन्होंने कहा कि हम और हमारी सरकार चाहती है कि यहां के युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए सरकार कई सारी योजनाएं चला रही है. उन्होंने कहा कि कश्मीर के युवा भारत को बदल सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि नाबालिग पत्थरबाजों पर से केस वापस ले लिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के लिए जो भी जरूरत हों, केंद्र सरकार उसे पूरी करेगी. जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए जो भी जरूरत होगी, उसे पूरा किया जाएगा. आज लोगों की जिंदगी और तकदीर सुधारने की जिम्मेदारी हमलोगों के ऊपर है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भी इस राज्य से काफी मुहब्बत करते हैं.

VIDEO : कश्मीर घाटी की तकदीर बदलेंगे

राजनाथ सिंह ने कश्मीर के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि तबाही और तरक्की में किसी एक का दामन पकड़ना हो तो, कभी तबाही का दामन मत पकडना. हमेशा तरक्की का दामन पकड़ना. क्योंकि आपकी तरक्की में ही आपका भविष्य निर्भर है और मुल्क की तरक्की निर्भर है. अब मुझे यकीन हो गया है कि यहां नई सूरज को उगने से कोई नहीं रोक सकता.


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