देवरिया:
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में आज पुलिस का बेरहम चेहरा एक बार फिर देखने को मिला, जब एक विकलांग को उन्होंने न सिर्फ लात-घूंसों से पीटा, बल्कि उसे घसीटते हुए लेकर गई। पुलिस ने इतना भी ध्यान नहीं रखा कि जिसे वे इतनी बेरहमी से पीट रहे हैं, उसका सिर्फ एक ही पैर है।
मामला जिला अस्पताल में विकलांगता प्रमाणपत्र बनवाने आए एक व्यक्ति सुग्रीव का है, जो डॉक्टर के भगा दिए जाने से नाराज़ होकर हंगामा करने लगा, और मौजूद लोगों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। शिकायत मिलने पर वहां पहुंची पुलिस पार्टी को भी उसने काफी देर छकाया, और पुलिस वालों ने मुश्किल से उस पर काबू पाया। लेकिन उसे काबू में करते ही पुलिस वालों ने उस पर लात-घूंसे-थप्पड़ बरसाने शुरू कर दिए, और फिर उसे घसीटते हुए अस्पताल से बाहर लाए, और एक गाड़ी में लादकर कोतवाली भेज दिया।
दूसरी ओर, सुग्रीव ने जिस डॉक्टर आरपी त्रिपाठी पर आरोप लगाया है, उनके मुताबिक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, और उनका दावा है कि ओपीडी में भीड़ होने के कारण उन्होंने सभी मरीजों से लाइन में रहकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करने के लिए कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह दोपहर 12 बजे तक ओपीडी में सभी मरीजों को देखने के बाद ही अस्पताल से लौटे हैं।
मामला जिला अस्पताल में विकलांगता प्रमाणपत्र बनवाने आए एक व्यक्ति सुग्रीव का है, जो डॉक्टर के भगा दिए जाने से नाराज़ होकर हंगामा करने लगा, और मौजूद लोगों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। शिकायत मिलने पर वहां पहुंची पुलिस पार्टी को भी उसने काफी देर छकाया, और पुलिस वालों ने मुश्किल से उस पर काबू पाया। लेकिन उसे काबू में करते ही पुलिस वालों ने उस पर लात-घूंसे-थप्पड़ बरसाने शुरू कर दिए, और फिर उसे घसीटते हुए अस्पताल से बाहर लाए, और एक गाड़ी में लादकर कोतवाली भेज दिया।
दूसरी ओर, सुग्रीव ने जिस डॉक्टर आरपी त्रिपाठी पर आरोप लगाया है, उनके मुताबिक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, और उनका दावा है कि ओपीडी में भीड़ होने के कारण उन्होंने सभी मरीजों से लाइन में रहकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करने के लिए कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि वह दोपहर 12 बजे तक ओपीडी में सभी मरीजों को देखने के बाद ही अस्पताल से लौटे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं