आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी. 25 फरवरी को दिल्ली के चांद बाग इलाके में अंकित शर्मा की हत्या हुई थी. यह चार्जशीट 650 पेज की है. अंकित शर्मा की हत्या में कुल 10 आरोपी बनाए गए हैं. इनमें आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन, हलील सलमान,समीर, दयालपुर इलाके के दो नामी बदमाश नाजिम कासिम और 5 अन्य लोग शामिल हैं.
अंकित शर्मा की हत्या के मामले में कुल 96 गवाहों के बयान चार्जशीट में शामिल किए गए हैं. हत्या, दंगे की साजिश रचने, आगजनी के अलावा कुछ अन्य धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक अंकित शर्मा के शरीर पर चोटों के 51 निशान मिले थे.
अंकित की हत्या के मामले में सलमान मुख्य आरोपी है जिसके मोबाइल में वॉइस कॉल अहम सबूत है.
इसकी फोरेंसिक रिपोर्ट से अंकित की हत्या के आरोपियों का खुलासा हुआ. पार्षद ताहिर हुसैन 25 फ़रवरी की हिंसा में शामिल था. वह उस समय हिंसा को भड़काने का काम कर रहा था जिसके चलते अंकित शर्मा को मौत के घाट उतारा गया था. अंकित हत्याकांड के सभी आरोपी जेल में हैं.
दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने आज उत्तर पूर्वी दिल्ली के शिव विहार इलाके में राजधानी पब्लिक स्कूल में 24 फरवरी को हुए दंगे के मामले में भी कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी. इस हिंसा का मास्टरमाइंड राजधानी पब्लिक स्कूल का मालिक फैज़ल फारूक बताया गया है. पुलिस ने दावा किया है कि हिंसा बड़ी साजिश के तहत हुई और फैज़ल फारूक हिंसा के ठीक पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कई नेताओं, पिंजरातोड़ ग्रुप, निज़ामुद्दीन मरकज़, जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी और देवबंद के कुछ धर्मगुरुओं के संपर्क में था. यही नहीं फैज़ल हिंसा ने ठीक एक दिन पहले देवबंद भी गया था. उसके मोबाइल से इस बात के सबूत मिले हैं.
यह मामला राजधानी पब्लिक स्कूल के बगल में डीआरपी स्कूल के मालिक और मैनेजर की शिकायत पर दर्ज हुआ था. चार्जशीट के मुताबिक दंगाइयों ने राजधानी पब्लिक स्कूल की छत पर बड़े पैमाने पर तेजाब, ईंटें, पत्थर, पेट्रोल और बम इकट्ठे कर लिए थे. वे इसे लोहे की बनी एक बड़ी गुलेल के सहारे फेंक रहे थे. यही नहीं इस भारी गुलेल से देशी मिसाइल भी दागी गईं.
राजधानी पब्लिक स्कूल की छत से डीआरपी कॉन्वेंट स्कूल में उतरने के लिए रस्सियां डालीं गई थीं. दंगाई नीचे उतरे और डीआरपी स्कूल में आग लगा दी. स्कूल के कम्प्यूटर और महंगा सामान लूट लिया गया. इन लोगों ने पास ही एक दूसरी इमारत में भी आग लगा दी थी जिसमें अनिल स्वीट्स नाम की मिठाई की दुकान थी. इस दुकान का एक कर्मचारी दिलबर नेगी दुकान में फंस गया था. उसे ज़िंदा जला दिया गया था.
हिंसा के इस मामले में फैज़ल फारूक समेत 18 लोग गिरफ्तार किए गए थे. जांच में पता चला कि ये पूरी साज़िश फैज़ल फारूक ने की थी. उसके इशारे पर ही डीआरपी कान्वेंट स्कूल, अनिल स्वीट्स और पास बनीं दो बड़ी पार्किंग को आग के हवाले किया गया था. पुलिस को स्कूल के गार्ड, मैनेजर और कर्मचारियों के अलावा कई गवाह मिले. हिंसा वाले दिन फैज़ल ने अपने स्कूल के बच्चों को सुबह ही घर भेज दिया था. पुलिस ने छत से लोहे की भारी गुलेल के अलावा विस्फोटक और अन्य चीज़ें बरामद की थीं.
VIDEO : पार्षद पर हत्या का केस दर्ज
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