दिल्ली में बुधवार सुबह न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अभी तक का सबसे कम तापमान है. न्यूनतम तापमान के इस सप्ताह 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) (India Meteorological Department) ने यह जानकारी दी. आईएमडी के अनुसार, अधिकतम तापमान के 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. वहीं, तेज हवाएं चलने से प्रदूषण के स्तर में थोड़ी कमी आई और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) (Air Quality Index) अपराहन चार बजे 372 दर्ज किया गया। राजधानी में 27 प्रतिशत वायु प्रदूषण (Air Pollution) पराली जलाने के कारण है.
एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच ''अच्छा'', 51 और 100 के बीच ''संतोषजनक'', 101 और 200 के बीच ''मध्यम'', 201 और 300 के बीच ''खराब'', 301 और 400 के बीच ''बहुत खराब'' और 401 और 500 के बीच ''गंभीर'' श्रेणी में माना जाता है.
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर' ने बताया कि अगले दो दिनों में वायु गुणवत्ता बिगड़ेगी और 13 नवंबर को इसमें सुधार आएगा. उसने बताया कि सतह पर चलने वाली शांत हवाओं के कारण स्थिति बिगड़ सकती है जिससे प्रदूषकों का छितराव कमजोर हो जाएगा.
मंगलवार को वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में चली गयी थी और अपराह्न चार बजे 24 घंटे का औसत एक्यूआई 404 था. दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण रविवार को तीन साल के सर्वाधिक स्तर 48 प्रतिशत पर था.
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन), महेश पालावत ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण में पराली जलाने से होने वाला प्रदूषण एक और सप्ताह सर्वाधित स्तर पर रह सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘अगले चार से पांच दिनों में वायु गुणवत्ता में कोई खास सुधार होने की संभावना नहीं है.''
पिछले साल दिल्ली के वायु प्रदूषण में पांच नवंबर को पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण का स्तर 42 प्रतिशत था जबकि 2019 में एक नवंबर को यह 44 प्रतिशत था.
हवा में प्रदूषण से बढ़ती चिंता, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा निर्देश जारी
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं