आगामी 31 जनवरी को आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे पर होने वाला मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन दिल्ली विधानसभा चुनावों और उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैर-मौजूदगी के कारण टाल दिया गया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, 'आंतरिक सुरक्षा एवं वाम चरमपंथ के मुद्दे पर 31 जनवरी को होने वाला मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन टाल दिया गया है। सम्मेलन के अगले कार्यक्रम के बारे में उचित समय पर सूचित कर दिया जाएगा।'
सम्मेलन को टालने की कोई वजह नहीं बताई गई है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि सात फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बैठक आयोजित करने में व्यवस्थागत मुश्किलों और 31 जनवरी को प्रधानमंत्री की गैर-मौजूदगी इस फैसले की वजह हो सकते हैं।
मई 2014 में राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद पहली बार बुलाया गया यह सम्मेलन अब फरवरी के तीसरे या चौथे हफ्ते में आयोजित किया जा सकता है। इस सम्मेलन में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रशासित प्रदेशों के उप-राज्यपाल शिरकत करेंगे। सम्मेलन में देश के सुरक्षा हालात से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
जेहादी संगठनों से खतरों, सीमा पार के आतंकवाद, इंटरनेट ओर सोशल नेटवर्क साइटों के जरिए युवाओं में कट्टरपंथी भावनाएं पैदा करना जैसे कुछ अहम मुद्दे हैं, जिनपर सम्मेलन में चर्चा की जाएगी।
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