दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी (Delhi Oxygen Crisis) को लेकर विशेषज्ञ पैनल की अंतरिम रिपोर्ट से राज्य के गृह सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला (Delhi Home Secretary Bhupinder Singh Bhalla) ने असहमति जताई है. इस रिपोर्ट में दिल्ली सरकार पर ऑक्सीजन की कमी को चार गुना बढ़ाकर बताए जाने का कथित तौर पर उल्लेख है. दिल्ली के गृह सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला ने दिल्ली में ऑक्सीजन ऑडिट की अंतरिम रिपोर्ट से अलग रुख जाहिर कर दिया है. भल्ला सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बनाई गई उस 5 सदस्यीय उप समिति के सदस्य हैं जिसको सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली में ऑक्सीजन और ऑडिट (Oxygen Audit Report) का काम सौंपा था.
भल्ला ने उप समिति के सभी सदस्यों को चिट्ठी लिखकर ये जानकारी दी है. भल्ला ने कहा, जो अंतरिम रिपोर्ट सौंपी गई है, उसको उप समिति के सभी सदस्यों की मंज़ूरी नहीं है. उन्होंने लिखा, जिस ऑक्सीजन खपत की बात की जा रही है वह दावा दिल्ली सरकार की तरफ से नहीं किया गया वह केवल 12 मई के आसपास मिले एक दिन के खपत डाटा का संग्रह है. गृह सचिव ने लिखा, 214 अस्पतालों की असली खपत का डेटा 474 मीट्रिक टन बताई जा रही थी. लेकिन होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों और नॉन कोविड मरीज़ की ज़रूरत का भी जोड़ा जाए तो 75 MT और जोड़ना होगा.
12-13 मई के आसपास दिल्ली में ऑक्सीजन खबर 550 MT थी. जबकि कोविड का पीक 10 दिन पहले जा चुका था. उन्होंने कहा, मुझे अंतरिम रिपोर्ट का ड्राफ्ट भेजा गया था, जिस पर मैंने अपनी आपत्ति और सुझाव भी भेजे. लेकिन मेरे सुझाव या आपत्ति को अंतरिम रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया और रिपोर्ट सीधा भारत सरकार को भेज दी गई.जो रिपोर्ट सरकार को भेजी गई, वह उप समूह के सदस्यों के साथ न तो साझा की गई और न ही उनकी औपचारिक मंजूरी ली गई.
भल्ला ने कहा, ड्राफ्ट अंतरिम रिपोर्ट पर दी गई मेरी आपत्ति या सुझाव अंतरिम रिपोर्ट के आखिर में जोड़ दिए गए. दिखावे के लिए और रिपोर्ट पढ़ने वालों पर छोड़ दिया गया कि वह रिपोर्ट की व्याख्या अगर चाहें तो खुद कर सकते हैं और निष्कर्ष निकाल सकते हैं.
देश प्रदेश : दिल्ली ऑक्सीजन संकट पर समिति की 'रिपोर्ट' पर हंगामा
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