मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने ‘डेल्ही स्किल्स यूनिवर्सिटी’ स्थापित करने की दिशा में फिनलैंड, ब्राजील, यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी के शिक्षा मंत्रियों के साथ एक उच्च स्तरीय बातचीत शुरू की है। दिल्ली सरकार और साओ पाउलो के नेशनल सर्विस फॉर इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग (एसईएनएआई) के साथ जल्द ही एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर होने की भी संभावना है।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया भी ब्राजील के साओ पाउलो गए हुए हैं। 11 अगस्त से 16 अगस्त तक होने वाली इस ‘43वें विश्व कौशल प्रतियोगिता 2015’ में 57 देशों के 1192 प्रतियोगी हिस्सा ले रहे हैं। भारत की तरफ से 29 प्रतिभागी 27 कौशल प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे हैं।
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रतिभागियों से मिलकर उन्हें बधाई दी और उनका हौसला बढ़ाया। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अगुवाई में साओ पाउलो गए दिल्ली सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली को व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा का केंद्र बनाने की दिशा में की जा रही पहल को आगे बढ़ाते हुए कई बैठकें की हैं।
कौशल एवं तकनीकी शिक्षा इन बैठकों का प्रमुख विषय है जिसका उद्देश्य डेल्ही स्किल्स यूनिवर्सिटी की स्थापना में विश्व की बेहतरीन प्रणालियों को लागू करना है। अपनी इस यात्रा के दौरान उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली में 2021 में विश्व कौशल प्रतियोगिता आयोजित करने के बारे में भी चर्चा की है। दिल्ली की पूरी शिक्षा व्यवस्था में बदलाव की दिशा में पहल करते हुए दिल्ली सरकार फिनलैंड, ब्राजील और यूनाइटेड किंगडम सहित विश्व की बेहतरीन कौशल शिक्षा व्यवस्था को दिल्ली में लागू करने के लिए इन देशों के साथ समझौते का रास्ता खोज रही है।
उप-मुख्यमंत्री एसईएनएआई कैंपस भी गए। एसईएनएआई की तरह डेल्ही स्किल्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने के बारे में उन्होंने वहां के टॉप मैनेजमेंट, फैकल्टी और रिसर्च एडमिनिस्ट्रेटर्स से विस्तृत चर्चा की। एसईएनएआई में मौजूदा समय में 7 लाख से ज्यादा छात्र व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उप-मुख्यमंत्री ने साओ पाउलो यूनिवर्सिटी का भी दौरा किया। साथ ही फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीज ऑफ स्टेट ऑफ साओ पाउलो के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रेसीडेंट के साथ बातचीत भी की।
उप-मुख्यमंत्री की अगुवाई वाले दिल्ली सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में सार्थक और रोजगार उन्मुख व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा के प्रसार के लिए वल् र्ड स्किल्स प्रेसीडेंट सिमन बार्टले और सीईओ डेविड होए से विस्तृत बातचीत की। संस्थागत स्तर के समझौते और विश्व की बेहतरीन कार्यप्रणाली को दिल्ली में लागू करने की संभावनाएं तलाशने के लिए उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने फिनलैंड शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों, फिन्निश एकेडमी फॉर स्किल्स एक्सीलेंस, हेम यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंस के अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ चर्चा की।
विश्व कौशल प्रतियोगिता हर दूसरे साल आयोजित की जाती है और व्यावसायिक शिक्षा की दिशा में यह विश्व की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है। इस प्रतियोगिता में अपने सबसे प्रतिभाशाली छात्रों को भेजने के लिए प्रत्येक देश अपने यहां एक राष्ट्रीय प्रतियोगिता कराकर उनका चयन करते हैं।
विश्व कौशल प्रतियोगिता में छात्र व्यक्तिगत और सामूहिक तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन करते हैं। वल् र्ड स्किल्स इंटरनेशनल, नेशनल सर्विस फॉर इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग (एसईएनएआई) के साथ मिलकर इस साल, इस प्रतियोगिता का आयोजन करा रही है। छात्रों, कंपनियों और सरकारों के लिए व्यावसायिक शिक्षा के महत्व पर जोर देने के अलावा यह प्रतियोगिता उद्योग जगत और सरकार से जुड़े लोगों और विशेषज्ञों को इकट्ठा होने और व्यावसायिक शिक्षा में बेहतरीन कार्यप्रणाली से जुड़ी सूचनाओं के आदान-प्रदान का मौका भी देती है। अगला विश्व कौशल प्रतियोगिता 2017 में अबू धाबी में होगी।