
जिला प्रशासन की ओर से दिल्ली और गाजियाबाद की सीमा को सील करने के फैसले के बाद मंगलवार सुबह दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर (Delhi-Ghaziabad Border) पर भारी जाम देखने को मिला. जिले में कोरोनावायरस के मामले बढ़ने के बाद यह कदम उठाया गया है. अप्रैल से यह दूसरी बार है जब सीमा को बंद किया गया है. रविवार को गाजियाबाद में 10 कोरोना पॉज़िटिव मामले आए थे. यहां अब तक 227 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिसमें 33 सक्रिय केस हैं.
सीमा सील किए जाने से सैकड़ों की संख्या में लोग जाम में फंसे रहे. चेक-पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने जाने की अनुमति देने से पहले ई-पास की चेकिंग की, जिसकी वजह से वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ. जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों जैसे डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिस और बैंक कर्मचारियों को आने-जाने के लिए पास की जरूरत नहीं है, उन्हें सिर्फ अपना आईडी कार्ड दिखाना होगा. इसके अलावा अन्य लोगों को सीमा पार करने के लिए पास की जरूरत होगी.
बॉर्डर पर फंसीं केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमाशुल्क बोर्ड (CBIC) की कर्मचारी पारुल भाटी ने कहा, "मैंने अपना पास दिखाया लेकिन अधिकारियों ने मुझे दिल्ली-गाजियाबाद की सीमा पार करने की अनुमति नहीं दी."
उत्तर प्रदेश सरकार ने 18 मई लॉकडाउन 4 की गाइडलाइन जारी करते हुए दिल्ली के लोगों को नोएडा और गाजियाबाद आने की अनुमति दी थी. हालांकि, नोएडा प्रशासन ने इस पर रोक लगाते हुए फिलहाल पुरानी व्यवस्था बहाल रहने आदेश दिया था यानी दिल्ली से लोग नोएडा नहीं आ सकेंगे.
जिला प्रशासन ने अपने नए आदेश में कहा, "पिछले कुछ दिनों में गाजियाबाद जिले में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है. इसमें दिल्ली से गाज़ियाबाद की यात्रा करने वाले लोगों की संख्या अच्छी-खासी है. इसलिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी की सिफारिश पर जिला प्रशासन ने अगले आदेश तक दिल्ली-गाजियाबाद सीमा को सील करने का फैसला किया है."
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