बांग्लादेश (Bangladesh) में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के बीच शुक्रवार को नोआखाली में इस्कॉन (ISKCON) मंदिर पर हुए हमले और तोड़फोड़ में मंदिर के एक सदस्य पार्थ दास की मौत हो चुकी है. उनका शव मंदिर के नजदीक स्थित एक तालाब से बरामद हुआ है. शुक्रवार को करीब 200 लोगों की भीड़ ने मंदिर में घुसकर पार्थ दास की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी थी और कई श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी.
ISKCON ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है और बांग्लादेश सरकार से मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है.
It is with great grief that we share the news of a ISKCON member, Partha Das, who was brutally killed yesterday by a mob of over 200 people. His body was found in a pond next to the temple.
— ISKCON (@iskcon) October 16, 2021
We call on the Govt of Bangladesh for immediate action in this regard. https://t.co/BLwqGsN36h
बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान कुछ अज्ञात उपद्रवियों ने हिंदुओं के मंदिरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके चलते सरकार को 22 जिलों में अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती करनी पड़ी है. मीडिया की खबरों में बृहस्पितवार को बताया गया कि दंगों में तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
बांग्लादेश में एक दुर्गा पूजा स्थल पर पवित्र कुरान के कथित अपमान के बारे में सोशल मीडिया पर खबर आने के बाद बुधवार को बांग्लादेश में कई जगहों पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई. इस दौरान दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ की कई घटनाएं सामने आई हैं.
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इस बीच, भारत ने बांग्लादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों की हिंसा की खबरों को 'परेशान करने वाला' करार दिया. भारत ने कहा कि भारतीय उच्चायोग के साथ वाणिज्य दूतावास सरकार और स्थानीय अधिकारियों के साथ करीब से संपर्क में है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि भारत ने देखा है कि स्थिति पर नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेश सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है.
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