वित्त मंत्री अरुण जेटली (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ आम आदमी पार्टी के सारे आरोपों को 'बेबुनियाद और सच्चाई से परे' बताते हुए कहा कि पार्टी उनके साथ एकजुटता के साथ खड़ी है और उनका अपमान करने की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
जेटली के साथ खड़े होते हुए अमित शाह ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा जांच आयोग गठित किए जाने की वैधता पर भी सवाल खड़े किए। बीजेपी अध्यक्ष ने 'आप' पर प्रहार करते हुए कहा कि यदि इसे ('आप' को) लगता है कि यह अपनी दुर्भावनापूर्ण कोशिशों के जरिये जेटली की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है, तो यह दिन में सपने देखने जैसा है। ऐसी कोशिशों का उल्टे 'आप' पर ही असर पड़ेगा और पार्टी की छवि धूमिल होगी।
अमित शाह ने एक बयान में कहा, जेटली के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं और उनका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। यह जेटली का अपमान करने की साजिश है। बीजेपी उनके साथ एकजुट है और उनके अपमान की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जेटली का पूरा जीवन एक खुली किताब की तरह है और देश के प्रति समर्पित रहा है। उनके खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना समझ से परे है, क्योंकि एसएफआईओ ने डीडीसीए के कामकाज में उनकी किसी भी तरह की संलिप्तता होने को पहले ही खारिज कर दिया है।
'आप' और दिल्ली सरकार द्वारा जेटली पर किए गए तीखे हमले के मद्देनजर अमित शाह का बयान आया है। 'आप' ने 1999 से 2013 के बीच डीडीसीए के प्रमुख के तौर पर 13 साल के जेटली के कार्यकाल के दौरान हुई कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की है।
अमित शाह ने आयोग और इसके क्षेत्राधिकार पर सवाल उठाते हुए आश्चर्य जताया कि डीडीसीए का कामकाज एक-सदस्यीय आयोग के दायरे में कैसे आ सकता है, यह कानूनी बहस का विषय है। उन्होंने आयोग गठित किए जाने और इस बारे में दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के 'आप' के कदम को ध्यान भटकाने वाली तरकीब भी बताया।
जेटली के साथ खड़े होते हुए अमित शाह ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा जांच आयोग गठित किए जाने की वैधता पर भी सवाल खड़े किए। बीजेपी अध्यक्ष ने 'आप' पर प्रहार करते हुए कहा कि यदि इसे ('आप' को) लगता है कि यह अपनी दुर्भावनापूर्ण कोशिशों के जरिये जेटली की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है, तो यह दिन में सपने देखने जैसा है। ऐसी कोशिशों का उल्टे 'आप' पर ही असर पड़ेगा और पार्टी की छवि धूमिल होगी।
अमित शाह ने एक बयान में कहा, जेटली के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं और उनका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। यह जेटली का अपमान करने की साजिश है। बीजेपी उनके साथ एकजुट है और उनके अपमान की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जेटली का पूरा जीवन एक खुली किताब की तरह है और देश के प्रति समर्पित रहा है। उनके खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना समझ से परे है, क्योंकि एसएफआईओ ने डीडीसीए के कामकाज में उनकी किसी भी तरह की संलिप्तता होने को पहले ही खारिज कर दिया है।
'आप' और दिल्ली सरकार द्वारा जेटली पर किए गए तीखे हमले के मद्देनजर अमित शाह का बयान आया है। 'आप' ने 1999 से 2013 के बीच डीडीसीए के प्रमुख के तौर पर 13 साल के जेटली के कार्यकाल के दौरान हुई कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की है।
अमित शाह ने आयोग और इसके क्षेत्राधिकार पर सवाल उठाते हुए आश्चर्य जताया कि डीडीसीए का कामकाज एक-सदस्यीय आयोग के दायरे में कैसे आ सकता है, यह कानूनी बहस का विषय है। उन्होंने आयोग गठित किए जाने और इस बारे में दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के 'आप' के कदम को ध्यान भटकाने वाली तरकीब भी बताया।
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