दार्जीलिंग में हंगामा
दार्जीलिंग:
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरुंग के घर और दफ़्तर पर छापेमारी के बाद गोरखा जन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता और समर्थक सड़कों पर हैं. कुछ जगहों पर उन्होंने गाड़ियों में आग लगा दी है. सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया है. पाथलेवास में उग्र प्रदर्शनकारियों को क़ाबू करने के लिए मोर्चा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए हैं.
पश्चिम बंगाल में दार्जीलिंग पहाड़ियों को मिलाकर पृथक गोरखालैंड के गठन की जीजेएम की मांग तेजी से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक संकट का रूप ले रही है. इस संकट से पर्यटन के मुख्य मौसम, गर्मियों के दौरान इस व्यवसाय पर भी बहुत असर पड़ने वाला है.
जीजेएम के महासिचव रोशन गिरि ने कहा, पहाड़ी में मौजूदा हालात राज्य सरकार के पैदा किए हुए हैं. वे पुलिस बल का प्रयोग करके हमें दबाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को राजनीतिक समस्याएं सुलझानी चाहिए.
दिन में आज छापेमारी के दौरान पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग से जुड़े कुछ परिसरों पर आज छोपमारी कर तीरों और विस्फोटकों सहित वहां से 300-400 हथियार बरामद किए. इस छापेमारी और घटनाक्रम से नाराज अलगाववादी समूह ने दार्जीलिंग में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है.
पुलिस का कहना है कि दार्जीलिंग के सिंगमारी और पाटलेबास इलाकों में की गई छापेमारी के दौरान कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया. गौरतलब है कि इस छापेमारी से महज एक दिन पहले गुरूंग ने कहा था कि पृथक गोरखालैंड की मांग पूरी होने तक उनके समूह का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने पर्यटकों से दार्जीलिंग से दूर रहने का आह्वान किया था. पश्चिम बंगाल में चाय बगानों से भरे इस क्षेत्र को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर पीटीआई से कहा, गुरूंग और जीजेएम के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के परिसरों पर छापेमारी की गई. हमने पुष्ट सूचनाओं के आधार पर छापेमारी की. छापेमारी अभी चल रही है. हमने जीजेएम के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है कि गुरूंग के आवास पर छापा मारा गया है.
जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने पीटीआई से कहा, राज्य सरकार चुन-चुन कर निशाना बनाने की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा, पुलिस और राज्य सरकार हमें पहाड़ी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन बंद बुलाने पर मजबूर कर रहे हैं. राज्य सरकार की क्रूरता के बारे में हम केन्द्र को सूचित करेंगे. हमने पहाड़ी में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आहवान किया है. हथियार बरामद होने के मामले में जीजेएम नेता ने कहा, उन्हें क्या मिला है? खुखरी हमारी परंपरा का हिस्सा है, उसे रखने में क्या हर्ज है? तीर-धनुष पारंपरिक हथियार हैं. वे तीरंदाजी प्रतियोगिता के विद्याथर्यिों के लिए थे. गिरि ने आरोप लगाया, जीजेएम को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि हम पृथक राज्य के लिए लड़ रहे हैं. पुलिस और राज्य सरकार हमारे खिलाफ झूठे मुकदमे दायर करने की कोशिश कर रही है. दिल्ली में मौजूद गिरि ने फोन पर कहा, हम केन्द्र को पुलिस की क्रूरता के बारे में बताएंगे और केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग करेंगे. जीजेएम ने पिछले चार दिन से पहाड़ में स्थित सरकारी और जीटीए कार्यालयों में अनिश्चितकालीन हड़ताल आहूत की हुई है. इसी पृष्ठभूमि में आज यह छापेमारी हुई है. पृथक गोरखालैंड की जीजेएम की मांग को पहाड़ी क्षेत्र के छह अन्य दलों का समर्थन मिलने के बाद आंदोलन ने ज्यादा जोर पकड़ लिया है. (इनपुट्स भाषा से)
पश्चिम बंगाल में दार्जीलिंग पहाड़ियों को मिलाकर पृथक गोरखालैंड के गठन की जीजेएम की मांग तेजी से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक संकट का रूप ले रही है. इस संकट से पर्यटन के मुख्य मौसम, गर्मियों के दौरान इस व्यवसाय पर भी बहुत असर पड़ने वाला है.
जीजेएम के महासिचव रोशन गिरि ने कहा, पहाड़ी में मौजूदा हालात राज्य सरकार के पैदा किए हुए हैं. वे पुलिस बल का प्रयोग करके हमें दबाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को राजनीतिक समस्याएं सुलझानी चाहिए.
दिन में आज छापेमारी के दौरान पुलिस ने गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग से जुड़े कुछ परिसरों पर आज छोपमारी कर तीरों और विस्फोटकों सहित वहां से 300-400 हथियार बरामद किए. इस छापेमारी और घटनाक्रम से नाराज अलगाववादी समूह ने दार्जीलिंग में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है.
पुलिस का कहना है कि दार्जीलिंग के सिंगमारी और पाटलेबास इलाकों में की गई छापेमारी के दौरान कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया. गौरतलब है कि इस छापेमारी से महज एक दिन पहले गुरूंग ने कहा था कि पृथक गोरखालैंड की मांग पूरी होने तक उनके समूह का आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने पर्यटकों से दार्जीलिंग से दूर रहने का आह्वान किया था. पश्चिम बंगाल में चाय बगानों से भरे इस क्षेत्र को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर पीटीआई से कहा, गुरूंग और जीजेएम के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के परिसरों पर छापेमारी की गई. हमने पुष्ट सूचनाओं के आधार पर छापेमारी की. छापेमारी अभी चल रही है. हमने जीजेएम के कुछ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, हालांकि, पुलिस ने इससे इनकार किया है कि गुरूंग के आवास पर छापा मारा गया है.
जीजेएम के महासचिव रोशन गिरि ने पीटीआई से कहा, राज्य सरकार चुन-चुन कर निशाना बनाने की राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा, पुलिस और राज्य सरकार हमें पहाड़ी क्षेत्र में अनिश्चितकालीन बंद बुलाने पर मजबूर कर रहे हैं. राज्य सरकार की क्रूरता के बारे में हम केन्द्र को सूचित करेंगे. हमने पहाड़ी में आज से अनिश्चितकालीन बंद का आहवान किया है. हथियार बरामद होने के मामले में जीजेएम नेता ने कहा, उन्हें क्या मिला है? खुखरी हमारी परंपरा का हिस्सा है, उसे रखने में क्या हर्ज है? तीर-धनुष पारंपरिक हथियार हैं. वे तीरंदाजी प्रतियोगिता के विद्याथर्यिों के लिए थे. गिरि ने आरोप लगाया, जीजेएम को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि हम पृथक राज्य के लिए लड़ रहे हैं. पुलिस और राज्य सरकार हमारे खिलाफ झूठे मुकदमे दायर करने की कोशिश कर रही है. दिल्ली में मौजूद गिरि ने फोन पर कहा, हम केन्द्र को पुलिस की क्रूरता के बारे में बताएंगे और केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग करेंगे. जीजेएम ने पिछले चार दिन से पहाड़ में स्थित सरकारी और जीटीए कार्यालयों में अनिश्चितकालीन हड़ताल आहूत की हुई है. इसी पृष्ठभूमि में आज यह छापेमारी हुई है. पृथक गोरखालैंड की जीजेएम की मांग को पहाड़ी क्षेत्र के छह अन्य दलों का समर्थन मिलने के बाद आंदोलन ने ज्यादा जोर पकड़ लिया है. (इनपुट्स भाषा से)
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