
Covid-19 Vaccination Drive : कोरोनावायरस के खिलाफ देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम बताया है, जिसके तहत लगभग 3 करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड की वैक्सीन लगाई जानी है. इस कार्यक्रम के तहत वैक्सीन डिलीवर होने से लेकर लाभार्थियों की डिटेल रखने के अलावा पूरे ड्राइव के मॉनिटरिंग के लिए यह सॉफ्टवेयर बनाया गया है- CoWIN. जब आम लोगों का वैक्सीनेशन शुरू होगा और इस प्लेटफॉर्म से आम लोग जुड़ेंगे तो उनके लिए इसमें कई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी.
NDTV के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में वैक्सीनेशन प्रोग्राम का मैनेजमेंट देख रहे मैनेजमेंट ग्रुप के अध्यक्ष RS शर्मा ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म को नागरिक केंद्रित बनाने का उद्देश्य है, जिसके लिए काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 'जब आम लोग इस प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे तो लोगों को आरोग्य सेतु, हेल्पलाइन, IVRS, पोर्टल से रजिस्ट्रेशन की सुविधा मिलेगी. लोग वैक्सिनेशन के स्थान, तिथि आदि का चयन भी खुद कर सकेंगे. आरोग्य सेतु ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन और वैक्सिनेशन का सर्टिफिकेट भी उसपर भेजा जाएगा.'
हालांकि, वैक्सीनेशन ड्राइव के दौरान इस सॉफ्टवेयर में कई दिक्कतें देखी गई हैं, जिसके चलते कहीं-कहीं पर टीकाकरण रोकना पड़ गया है. अब इसे लेकर एक अधिकारी ने चीजें स्पष्ट की हैं.
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शर्मा ने कहा कि प्लेटफॉर्म में कुछ समस्याएं देखी गई हैं, लेकिन दिक्कतें बहुत छोटे स्तर की हैं और उन्हें तुरंत ठीक किया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'राज्यों से शिकायतें आईं हैं. यह सच है लेकिन हम रियल टाइम में इन्हें ठीक कर रहे हैं. किसी भी सॉफ्टवेयर में शुरुआत में कमी रहती है. यहां शिकायतें बहुत छोटी हैं. वैसे इस सिस्टम को दुरुस्त करने का सिलसिला साथ-साथ चलता रहेगा.'
उन्होंने बताया कि इस प्लेटफॉर्म को सामने आ रही समस्या पर आरएस शर्मा ने कहा कि 'बैकलॉग बड़ी समस्या नहीं है. शुरुआत में भ्रांतियों कि वजह से लोग नहीं आ रहे हैं ये हो सकता है, पर बैकलॉग समस्या नहीं. जैसे-जैसे भरोसा जीतेंगे लोग आगे आएंगे और ये समस्या नहीं रहेगी.'
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